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कान का आकार बड़ा है तो लें डॉक्टर की सलाह

लखनऊ। निज संवाददाता

कान का आकार बड़ा है तो लें डॉक्टर की सलाह
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊTue, 15 Jan 2019 09:20 PM
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लखनऊ। निज संवाददाता

अमूनन बच्चों एवं बड़ों के कान में कई तरह की विकृतियां होती हैं। कईयों में ये दिक्कत जन्म से होती है। कान का कम विकसित होना, कान का न होना, कान का अत्यधिक बड़ा होना। कान की बनावट ठीक न होने से चेहरा की खूबसूरती प्रभावित होती है। साथ ही चश्मा लगाने में कठिनाई का होना और कम सुनाई पड़ना। कान की विकृतियां बचपन से लेकर बड़ी उम्र तक किसी भी उम्र में हो सकती हैं। पीजीआई की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या में लागतार इजाफा हो रहा है।

पीजीआई प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव अग्रवाल बताते हैं कि प्लास्टिक सर्जरी विभाग में कान की कुछ खास बीमारियों का सटीक इलाज संभव है। कान की विकृतियों का ऑपरेशन से सटीक इलाज मुमकिन है। इन सभी ऑपरेशन में सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है कान की कार्टीलेज। कार्टीलेज की विकृतियां कान की विकृति में परिवर्तित हो जाती है। प्लास्टिक सर्जरी में इसी कार्टीलेज को सही आकार दिया जाता है। जिन विकृतियों में कान छोटा होता है। उसमें कार्टीलेज की कमी होती है और इस तरह की विकृतियों को ठीक करने के लिए अलावा कार्टीलेज की जरूरत होती है। कार्टीलेज की ये कमी दो माध्यमों से पूर्ण की जा सकती है। पहला शरीर में ही उपलब्ध सीने की पस्लियों का अग्र भाग जो कि कार्टीलेज एवं मुलायम होता है। इसी हिस्से से कार्टीलेज को लिया जाता है। तमाम तरह की कार्टीलेज की कमियों को ठीक किया जाता है। दूसरा माध्यम कृत्रिम कार्टीलेज होता है। चिकित्सा विज्ञान में इसे मेडपोर के नाम से जाना जाता है। इसके इस्तेमाल से कान की विकृतियों को दुरुस्त किया जा सकता है। इन दोनों विधियों में रोगी के अपने शरीर के किसी भाग से निकाली गयी कार्टीलेज अच्छी मानी जाती है। सीने से निकाली गई कार्टीलेज का असर शरीर पर नहीं पड़ता है। न तो मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है न ही शरीर पर नजर आता है।

प्लास्टिक सर्जरी पर कार्यशाला आज

पीजीआई का प्लास्टिक सर्जरी विभाग बुधवार को कार्यशाला का आयोजन होगा। इसमें देश-विदेश के डॉक्टर हिस्सा लेंगे। विशेषज्ञ कान की बीमारियों पर व्याख्यान देंगे। कान की बीमारियों में कॉर्टिलेज के इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी देंगे। डॉ. राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में डॉ. अनुपमा सिंह एवं डॉ. अंकुर भटनागर द्वारा आयोजित की जा रही है।

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