ब्लड प्रेशर व डायबिटीज मरीजों का बलरामपुर अस्पताल में हंगामा
-फार्मासिस्ट के बजाए फिजियोथेरेपिस्ट व काउंसलर से दवा बांटने का आरोप
-फार्मासिस्ट के बजाए फिजियोथेरेपिस्ट व काउंसलर से दवा बांटने का आरोप
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता
बलरामपुर अस्पताल में दवा वितरण की बदइंतजामी पर ब्लड प्रेशर व डायबिटीज मरीजों का गुस्सा भड़क उठा। मरीजों ने दवा वितरण काउंटर पर हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल के अधिकारियों ने किसी तरह मामला शांत कराया। उसके बाद दवाओं का वितरण सामान्य कराया।
बलरामपुर अस्पताल में रोजाना सैकड़ों की संख्या में डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इन मरीजों को मुफ्त दवा उपलब्ध कराने का नियम है। बीते दिनों अस्पताल प्रशासन ने एनसीडी काउंटर पर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए अलग से दवा काउंटर बना दिया। शुक्रवार को 12 बजे तक ओपीडी थी। काफी संख्या में मरीज दवा के लिए खड़े थे। इसी दौरान दवाओं को लेकर कर्मचारियों से कहा सुनी हो गई। नाराज मरीजों ने हंगामा शुरू कर दिया। बाराबंकी के मरीज नंदलाल, अलीगंज के कुमार राज का आरोप है कि दवा वितरण का काम काफी सुस्त है। आरोप हैं कि फिजियोथेरेपिस्ट और काउंसलर से दवा बटवाई जा रही है। इन कर्मचारियों को दवाएं पड़ने में परेशानी हो रही है। इस वजह से दवा वितरण में देरी हो रही थीं। मरीजों का आरोप है कि इंसुलिन व तमाम तरह की दवाएं बांटी जा रही है। जरा सी चुक से मरीज की जान जोखिम में पड़ सकती है। क्योंकि डायबिटीज मरीजों में पहले से ही रोगों से लड़ने की ताकत कम होती है। गलत दवा से मरीज की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
वर्जन
एनसीडी काउंटर सीएमओ की योजना के तहत बनाया गया है। उसमें फार्मासिस्ट का पद नहीं है। अस्पताल प्रशासन ने अपनी तरह से फार्मासिस्ट बिठाया है। 12 बजे तक ओपीडी थी। जल्दी दवा पाने के लिए भीड़ लग गई थी। जिसे मैंने खुद जाकर व्यवस्थित कराया। सभी मरीजों को दवा उपलब्ध कराई गई।
डॉ. राजीव लोचन, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल