ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखनऊ18 मोबाइल वैन से मिलेगी रक्तदान अभियान को रफ्तार

18 मोबाइल वैन से मिलेगी रक्तदान अभियान को रफ्तार

लखनऊ। कार्यालय संवाददाता रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए सरकार अहम कदम उठाने जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के सहयोग से 18 नए मोबाइल वैन ब्लड बैंकों को दिए जाएंगे। इससे दूर-दराज के...

18 मोबाइल वैन से मिलेगी रक्तदान अभियान को रफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 14 Jun 2017 08:18 PM
ऐप पर पढ़ें

लखनऊ। कार्यालय संवाददाता रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए सरकार अहम कदम उठाने जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के सहयोग से 18 नए मोबाइल वैन ब्लड बैंकों को दिए जाएंगे। इससे दूर-दराज के इलाकों में आसानी से रक्तदान की प्रक्रिया पूरी कराई जा सकती है। ग्रामीण क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा। लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जागरूक किया जाएगा। ये जानकारी उप्र राज्य एड्स नियन्त्रण सोसाइटी के संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक शुक्ला ने दी। वे बुधवार को सिविल अस्पताल में विश्व रक्तदाता दिवस पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। डॉ. अशोक शुक्ला ने कहा कि रक्तदान कर अनजान से खून का रिश्ता जोड़े। इस नेक काम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की जरूरत है। खासतौर पर युवाओं को। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2020 तक 100 प्रतिशत स्वैच्छिक रक्तदान का लक्ष्य तय किया है। मौजूदा परिवेश में स्वैच्छिक रक्तदान का प्रतिशत लगभग 43 प्रतिशत है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से 18 नये मोबाइल वैन प्रदेश के मंडलीय रक्त कोषों को दिये जायेगें। प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए आठ 8 नये ब्लड कम्पोनेन्ट सपरेटर यूनिट की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश 286 ब्लड बैंक हैं। लखनऊ में 19 पंजीकृत ब्लड बैंक स्थापित हैं। अब तक कुल 9 लाख लोगों ने राज्य के ब्लड बैंकों में रक्तदान किया है। इस लक्ष्य को बढ़ाया जा रहा है। करीब 10 लाख लोगों को इस अभियान में शामिल किया जाना है। उप्र राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अपर परियोजना निदेशक राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि एक रक्तदान से खून, प्लॉज्मा, प्लेटलेट्स तथा फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा बनाया जाता है। इन कम्पोनेन्ट से जरूरतमंद मरीजों का जीवन बचाया जा सकता है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति प्रत्येक तीन माह के अन्तराल पर रक्तदान कर सकता है। खून की एक बूंद किसी को नई जिन्दगी दे सकती है। स्वैच्छिक रक्तदान से खून की कमी से मरने वालों को बचाया जा सकता है। एक यूनिट रक्त से चार लोगों को जीवन बचा सकते हैं। विश्व रक्तदाता दिवस पर सभी को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए संकल्प लेना चाहिए। किसी अनजान की जान बचाने के लिए आगे आना चाहिए। साथ ही उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं तथा हेल्थ सेटअप को मजबूत किया जाना चाहिए, जिससे कि रक्त के अवैध कारोबार तथा अपराधीकरण की घटनाओं को रोका जा सके। कार्यक्रम में केजीएमयू ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चन्द्रा, सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. एचएस दानू, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. जावेद अहमद समेत अन्य अफसर मौजूद थे। सेना के जवानों ने किया रक्तदान विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर बुधवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों ने जानकीपुरम स्थित आईटीबीपी के हॉस्पिटल में सामूहिक रक्तदान किया । आईटीबीपी के महानिरीक्षक पुनीत रस्तोगी ने बताया कि आम जनता के बीच पुलिस बलों की मित्रता पूर्ण छवि बनाए रखने के उद्देश्य से समाज हित में ऐसे कार्य आईटीबीपी की ओर से किए जाते है। उन्होंने बताया कि इस कार्य में आईटीबीपी के उप महानिरीक्षक एसआर राय और एपीएस निम्बाडिया का विशेष योगदान रहा। रक्तदान कार्यक्रम केजीएमयू की टीम ने सफल बनाया। इस अवसर पर आईटीबीपी के उप सेनानी केके नागिल, डॉ. शैलेष चौधरी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी मृणाल उपाध्याय, सहायक सेनानी संतोष कुमार, संदीप चौधरी समेत हिमवीर जवान मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें