चिड़ियाघर में गूंजेगी बाघिन की दहाड़
चिड़ियाघर में दर्शकों को बहुत जल्द खूंखार बाघिन की दहाड़ सुनने को मिलेगी। परिसर में संग्रहालय के पास बने रॉयल बंगाल टाइगर के बाड़े में जल्द ही बाघ का जोड़ा चहलकदमी करता...
चिड़ियाघर में दर्शकों को बहुत जल्द खूंखार बाघिन की दहाड़ सुनने को मिलेगी। परिसर में संग्रहालय के पास बने रॉयल बंगाल टाइगर के बाड़े में जल्द ही बाघ का जोड़ा चहलकदमी करता दिखेगा।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील पांडेय ने बताया कि इस समय चिड़ियाघर स्थित पशु चिकित्सालय में मैलानी और कजरी दो बाघिन मौजूद हैं। बाड़े में बाघ को लेकर दर्शकों में पहले से ही उत्साह देखा जाता है। ऐसे में नई बाघिन के आने से चिड़ियाघर के पीछे के हिस्से में बने बाड़े के आस-पास दर्शकों की संख्या बढ़ेगी। चिड़ियाघर में बाघिन को पीलीभीत से रेसक्यू कर लाया गया था। तब से अब तक बाघिन को दर्शकों को दूर इंक्लोजर में रखा गया है। ये पहला मौका होगा जब बाघिन खुले आसमान के नीचे दहाड़ेगी।
नए साथी के स्वागत में व्यस्त बाघ
नई बाघिन कजरी के लिए बाड़े में मौजूद छेदीलाल बाघ उसका स्वागत करता नजर आएगा। इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ अशोक कश्यप ने बताया कि हम इंसानों की तरह वन्यजीवों को भी नये साथी को अपनाने में समय लगता है। बाघ का व्यवहार नम्र बनाने के लिए लगातार कई महीने उसकी निगरानी की गई है। डॉ अशोक के अनुसार दो वन्यजीवों को साथ रखने से पहले हम ये सुनिश्चित करते हैं कि दोनों एक-दूसरे को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचायें।
नए मेहमान के आने से चिड़ियाघर में दर्शकों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। बाघों की मौजूदा संख्या में इजाफा करना भी सेव द टाइगर अभियान के तहत हमारी प्राथमिकता है।
आरके सिंह, निदेशक नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान