तीन दिनों में प्रशिक्षण से गैरहाजिर कर्मचारियों की संख्या पहुंची 322
मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण के तीसरे दिन भी कर्मचारियों के गायब रहने का सिलसिला जारी रहा। रविवार को 125 कर्मचारी गैरहाजिर रहे। जिलाधिकारी ने इन कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।प्रशिक्षण के...
मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण के तीसरे दिन भी कर्मचारियों के गायब रहने का सिलसिला जारी रहा। रविवार को 125 कर्मचारी गैरहाजिर रहे। जिलाधिकारी ने इन कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
प्रशिक्षण के तीन दिनों के भीतर गैरहाजिर रहे कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 322 हो गई है। प्रभारी प्रशिक्षण व एडीएम (नगर पूर्वी) जितेन्द्र मोहन सिंह ने बताया कि रविवार को प्रथम पाली में पीठासीन और चारो मतदान अधिकारी मिला कर 57 कार्मिक अनुपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली में 14 पीठासीन अधिकारी समेत 68 मतदान कर्मचारी गैरहाजिर रहे। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
तीन दिनों में 854 कर्मियों ने किया मतदान
नगर निगम और नगर पंचायत चुनाव में 26 नवम्बर को चुनावी ड्यूटी में तैनात 854 कर्मचारियों ने अब तक वोट डाल लिए हैं। पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान की प्रक्रिया के तीसरे दिन रविवार को 306 कर्मियों ने वोटिंग में हिस्सा लिया। इनमें नगर निगम में महापौर व पार्षद पद के लिए 293 वोट पड़े। जबकि नगर पंचायतों में मात्र 13 वोट डाले गए।
डॉ राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में वोटिंग के लिए बने बूथो पर तीन दिनों में 854 वोट पड़ चुके हैं। बीते दो दिनों में 548 वोट पड़े थे। इनमें से नगर निगम के 110 वार्डो में अब तक 811 कर्मचारियों ने पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान किया है। डीडीओ पीके सिंह ने बताया कि नगर निगम के जोन सात में रविवार को सबसे अधिक 57 वोट पड़े। जोन पांच में सबसे कम 19 वोट डाले गए।
तीन नगर पंचायत में नहीं पड़े एक भी वोट
नगर पंचायतों में वोटिंग की रफ्तार बहुत धीमी है। बीते तीन दिनों में मात्र 43 वोट पड़े हैं। रविवार को वोटिंग के तीसरे दिन तीन नगर पंचायतों में एक भी वोट नहीं पड़े। नगराम, अमेठी और इंटौजा के बूथों पर एक भी कर्मचारी वोट देने नहीं आया। जबकि अन्य पांच नगर पंचायतों में 13 वोट पड़े। इनमें बीकेटी में सबसे अधिक छह कर्मचारियों ने वोटिंग की।