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नकल होने से सर्वाधिक नुकसान प्रतिभावान परीक्षार्थियों का होता है : डीएम

यूपी बोर्ड परीक्षा को शुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए जिलाधिकारी अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को केन्द्र व्यवस्थापकों/अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापकों तथा सेक्टर मजिस्ट्रेटों की बैठक...

नकल होने से सर्वाधिक नुकसान प्रतिभावान परीक्षार्थियों का होता है : डीएम
हिन्दुस्तान संवाद,अंबेडकरनगर Mon, 29 Jan 2018 08:04 PM
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यूपी बोर्ड परीक्षा को शुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए जिलाधिकारी अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को केन्द्र व्यवस्थापकों/अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापकों तथा सेक्टर मजिस्ट्रेटों की बैठक हुई। जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि नकल किसी भी दशा में न होने पाए। इस पर अंकुश लगाने के लिए पूरी चौकसी बरती जाय। डीएम के पूछने पर डीआईओएस ने भियांव क्षेत्र में सर्वाधिक नकल होने की बात बताई।
लोहिया भवन के ऑडिटोरियम में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि नकल रोकने के लिए सरकार पूरी तरह से संकल्पित है। मंगलवार को खुद मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे। इसलिए ऐसा कोई भी कदम न उठाएं कि जिले को अनावश्यक सुर्खियां मिलें। नकल होने से सबसे ज्यादा नुकसान मेधावी और अच्छे परीक्षार्थियों का होता है। उन्होंने कहा कि नकल के लिए जो भी तौर तरीके अपनाए जाते हैं उसके लिए पूरी रोकथाम करें। सीसीटीवी कैमरा अनवत चलता रहना चाहिए। किसी भी दशा में रिकॉर्डिंग खत्म न होने दें। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तत्काल पुलिस और प्रशासन की मदद लें। जिलाधिकारी ने डीआईओएस विनोद कुमार सिंह से पूछा कि किस विकास खंड में सर्वाधिक नकल की आशंका रहती है तो उन्होंने भियांव विकास खंड का नाम लिया। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि सभी केन्द्र व्यवस्थापक इस बात का ध्यान दें कि वे और शिक्षक किसी भी दशा में बोर्ड के निर्देशों को नहीं तोड़ेंगे अन्यथा की स्थिति में जांच के समय असहज स्थिति पैदा हो जाएगी। बैठक के दौरान केन्द्र व्यवस्थापकों और अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापकों ने अपनी कुछ समस्याएं बताईं, जिसे जिला विद्यालय निरीक्षक ने दूर किया। इस बार केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षकों की कमी का मामला केन्द्र व्यवस्थापकों ने उठाया। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। बैठक के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए प्रदीप कुमार, उपजिलाधिकारी सदर विवेक मिश्र, टांडा नरेन्द्र सिंह, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी राजमंगल चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी मयाशंकर मिश्र, जिला समाज कल्याण अधिकारी अभय सिंह, वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक अभिषेक वर्मा, डॉ. तारा वर्मा, विपिन सिंह, अनुपमा उपाध्याय, डॉ. रवीन्द्र त्रिपाठी, इन्द्रजीत यादव, अखिलेश प्रताप सिंह, कप्तान सिंह व उदयराज मिश्र समेत अन्य अधिकारी और प्रधानाचार्य मौजूद रहे।

 

 

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