-पश्चिमी अंचल से इस बार रूठा रहा मानसून, 36 फीसदी कम हुई बारिशविशेष संवाददाता--राज्य मुख्यालयप्रदेश में मानसून केवल दो सप्ताह का मेहमान रह गया है। मानसून की विदाई अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मानसून पश्चिमी यूपी पर कम मेहरबान रहा, जबकि पूर्वी यूपी में हालांकि सामान्य से कम बारिश हुई लेकिन यह पश्चिमी यूपी की तुलना में ज्यादा रही।पश्चिमी यूपी में इस बार 17 जून से 24 सितम्बर की अवधि में में सामान्य के मुकाबले 36 प्रतिशत कम बारिश हुई है। यहां 710.6 मिमी सामान्य बारिश के मुकाबले 435.5 मिमी बारिश हुई जबकि पूर्वी यूपी में 7 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अचंल में सामान्यत: 820.1 मिमी बारिश होनी चाहिए थी जबकि 758.9 मिमी बारिश हुई है। मौसम निदेशक जे.पी. गुप्त के अनुसार प्रदेश में 18 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में राज्य में सामान्यत: 774.5 मिमी बारिश होनी चाहिए थी जबकि हुई है 635.9 मिमी बारिश। इस साल कोरोना संकट के बीच 17 जून को यूपी में दाखिल हुआ दक्षिणी-पश्चिमी मानूसन अब विदाई की तरफ बढ़ रहा है। सामान्यत: प्रदेश में मानूसन की विदाई पहली अक्तूबर से शुरू हो सकती है। मगर पिछले कुछ वर्षों के दौरान मानसून की विदाई अक्तूबर के दूसरे हफ्ते तक होती रही है।विदाई से पहले बचे इन दिनों में अब ज्यादा बारिश की उम्मीद नहीं हैं। अगले कुछ दिनों के दरम्यान पूर्वांचल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस बार सितम्बर में प्रदेश में मानसून बहुत अच्छा नहीं रहा। पिछले साल के मुकाबले इस बार सितम्बर के महीने में 37 जिलों में 40 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। इस बार यूपी के कितने जिलों में कितना मेहरबान हुआ मानसूनश्रेणी सितम्बर जून से सितम्बर 2020 2019 2020 2019 कितनी बारिश जिलों की संख्या जिलों की संख्या120% से अधिक 2 14 4 280 से 120% 12 21 27 3160 से 80% 8 14 24 2540 से 60% 9 13 15 1340% से कम 37 11 5 4
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