अकीदत के साथ मनाई गई ईद ए मुबाहिला
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता
हौजाए इल्मिया अबुतालिब दुबग्गा में बुधवार को ईदे मुबाहिला के मौके पर एक महफिल का आयोजन किया गया। इसे मौलाना सैफ अब्बास ने खिताब किया। वहीं, पुराने लखनऊ में शिया समुदाय ने ईद ए मुबाहिला का त्योंहार अकीदत के साथ मनाया। इस मौके पर लोगों ने अपने घरों में नज्र व महफिल का आयोजन किया और एक दूसरे को बधाई दी।
मौलाना सैफ अब्बास ने बताया कि इस्लामी महीने की 24 जिलहिज्ज को ईद मुबाहिला का दिन कहा जाता है। इस दिन रसूल ने नजरान के नसारा से मुबाहिला किया था। रसूल ने दुनिया को अपने अहलेबैत यानि परिवारवालों से रूबरू किया था। रसूल ने अपनी अबा (चादर) ओढ़ी फिर उसमें हजरत अली अपनी बेटी, अपने नवासे हसन व हुसैन को अपनी अबा में ले लिया और फरमाया की या अल्लाह, हर नबी के अहलेबैत होते हैं और यह मेरे अहलेबैत हैं। इसके अलावा मस्जिदे अब्बासिया हसन पुरिया में जश्न-ए-ईद-ए-मुबाहिला का आयोजन किया गया। इस मौके पर मौलाना बाकर अली जैदी ने ईद मुबाहिला की फजीलत को बयान किया। साथ ही शहर की कई मस्जिदों व इमामबाड़ों में मुबाहिला का जश्न मनाया गया।