ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखनऊपहली बार महिला के हाथ में होगी लखनऊ की चाबी

पहली बार महिला के हाथ में होगी लखनऊ की चाबी

नगर निगम के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब लखनऊ की चाबी किसी महिला के हाथ में होगी। महापौर के आरक्षण में इस बार लखनऊ की सीट महिला होने से सभी पार्टियों ने मजबूत महिला प्रत्याशी की खोज शुरू हो गई है।...

पहली बार महिला के हाथ में होगी लखनऊ की चाबी
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 27 Oct 2017 09:44 PM
ऐप पर पढ़ें

नगर निगम के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब लखनऊ की चाबी किसी महिला के हाथ में होगी। महापौर के आरक्षण में इस बार लखनऊ की सीट महिला होने से सभी पार्टियों ने मजबूत महिला प्रत्याशी की खोज शुरू हो गई है। लगभग हर पार्टी में दर्जनभर से ज्यादा महिला नेत्रियों ने मजबूत दावेदारी पेश की है लेकिन अभी किसी पार्टी ने नाम घोषित नहीं किया है। लेकिन तय है इस बार चुनाव में मुकाबला बहुत ही दिलचस्प होगा।

लखनऊ नगर निगम के इतिहास पर नजर डाले तो अंग्रेजों के शासन काल में वर्ष 1900 के शुरुआत में म्यूनिसिपल बोर्ड का गठन हुआ था। आजादी के बाद वर्ष 1959 में नगर निगम अधिनियम के तहत वर्ष 1960 में लखनऊ नगर महापालिका का गठन हुआ। उस समय लखनऊ में वार्डों की संख्या 20 थी और चयनित सभासद नगर प्रमुख का चयन करते थे। 70 के दशक में वार्डों की संख्या बढ़कर 40 हुई। वर्ष 89 के चुनाव में वार्डों की संख्या तो 40 ही रही लेकिन हर वार्ड से दो-दो सभासद चुने जाते थे। उस समय भी 80 सभासदों की कार्यकारिणी अपने प्रमुख का चुनाव करती थी। तब तक किसी महिला के किस्मत में नगर प्रमुख का पद हासिल नहीं हो सका। सीधे जनता से चुनाव शुरू होने के बाद भी पुरुष का कब्जा रहा।

सीधे जनता द्वारा नगर प्रमुख चुनने की व्यवस्था वर्ष 1995 में शुरू हुई। उस समय परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या अधिकतम 110 हो गई। तब से लखनऊ का नगर प्रमुख अब महापौर पद भाजपा के पास है और पुरुष का कब्जा है। पहला चुनाव भाजपा के डा. एससी राय ने जीता और लगातार तीन बार उनका कब्जा बरकरार रहा। वर्ष 2002 के चुनाव में नगर प्रमुख का पदनाम बदलकर महापौर कर दिया गया। वर्ष 2002 व 2012 के चुनाव में भाजपा से डा. दिनेश शर्मा ने कब्जा बनाए रखा। प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिलने के बाद इस पर कार्यवाहक के रूप में सुरेश चन्द्र अवस्थी को महापौर बना दिया गया। अब पहली बार किसी महिला को यह पद सुशोभित करने का मौका मिलेगा। लेकिन किस महिला की किस्मत चमकेगी यह चुनाव बाद ही तय हो सकेगा।

नगर प्रमुख व महापौर के कार्यकाल

श्री राज कुमार श्रीवास्तव 1 फरवरी 1960 से 1 फरवरी 1961 तक

श्री गिरिराज धरणा रस्तोगी 2 फरवरी 1961 से 1 मई 1962 तक

डा. पुरुषोत्तम दास कपूर 2 मई 1962 से 1 मई 1963 तक

डा. पुरुषोत्तम दास कपूर 2 मई 1963 से 1 मई 1964 तक

कैप्टन वीआर मोहन (एमएलसी) 2 मई 1964 से 1 मई 1965 तक

ओम नारायन बंसल 2 मई 1965 से 31 जून 1966 तक

डा. मदन मोहन सिंह सिद्धू 4 जुलाई 1968 से 30 जून 1969 तक

बालक राम वैश्य 1 जुलाई 1969 से 30 जून 1970 तक

बेनी प्रसाद हलवासिया 1 जुलाई 1970 से 30 जून 1971 तक

डा. दाऊजी गुप्त 5 जुलाई 1971 से 30 जून 1972 तक

डा. दाऊजी गुप्त 1 जुलाई 1972 से 30 जून 1973 तक

डा. दाऊजी गुप्त 26 अगस्त 1989 से 27 मई 1992 तक

अखिलेश दास गुप्त 13 मई 1993 से 30 नवम्बर 1995 तक

डा. एससी राय 1 दिसम्बर 1995 से 30 नवम्बर 2000 तक

डा. एससी राय 1 दिसम्बर 2000 से 21 नवम्बर 2002 तक

डा. एससी राय (महापौर) 21 नवम्बर 2002 से 13 फरवरी 2006 तक

डा. दिनेश शर्मा 14 नवम्बर 2006 से 23 फरवरी 2011 तक

डा. दिनेश शर्मा 14 जुलाई 2012 से 19 मार्च 2017 तक

सुरेश चन्द्र अवस्थी (कार्यवाहक) 24 मार्च 2017 से 11 अगस्त 2017 तक

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें