बलरामपुर अस्पताल को दान में मिली नई डायलिसिस मशीन
-गुर्दे के रोगियों के लिये राहत की खबर, अस्पताल में पांच मशीनें हुईं
-गुर्दे के रोगियों के लिये राहत की खबर, अस्पताल में पांच मशीनें हुईं
गुर्दे के रोगियों के लिये अच्छी खबर है। सोमवार को बलरामपुर अस्पताल को एक नई डायलिसिस मशीन दान में मिली है। जिस व्यक्ति ने इस मशीन को दान दिया है उसने अपने नाम का खुलासा नहीं किया है। निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने नई डायलिसिस मशीन का शुभारंभ किया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि डायलिसिस मशीन के बढ़ने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। उन्होंनें बताया कि इस मशीन को दान करवाने में डॉ. उस्मानी की अहम भूमिका रही। निदेशक ने बताया कि अस्पताल में चार डायलिसिस मशीने पहले से हैं। एक और मशीन बढ़ने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। नई मशीन से कीमत छह से आठ लाख रुपये तक है। परिसर में करीब साल भर पहले निजी कंपनी की ओर से पीपीपी माडल पर 10 डायलिसिस मशीन लगाई गई थीं। इन मशीनों के बढ़ने से मरीजों को प्राइवेट अस्तपतालों की ओर महंगी डायलिसिस कराने नहीं जाना पड़ेगा। निदेशक ने बताया कि डायलिसिस रक्त शोधन की एक कृत्रिम विधि होती है। इस डायलिसिस की प्रक्रिया को तब अपनाया जाता है जब किसी व्यक्ति के वृक्क यानि गुर्दे सही से काम नहीं कर रहे होते हैं। गुर्दे से जुड़े रोगों, लंबे समय से मधुमेह के रोगी, उच्च रक्तचाप जैसी स्थितियों में कई बार डायलसिस की आवश्यकता पड़ती है।