डॉक्टर ने दिखाई रहमदिली पर बैकुंठधाम में लुट गये
सिविल अस्पताल में टीबी मरीज की मौत का मामला-सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक आशुतोष दुबे ने परिजनों को शव दाह के लिये आर्थिक मदद...
सिविल अस्पताल में टीबी मरीज की मौत का मामला
-सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक आशुतोष दुबे ने परिजनों को शव दाह के लिये आर्थिक मदद की
-बैकुंठधाम पर शवदाह करने वालों ने मरीजों से की अधिक पैसे की वसूली, मृतक के परिजन हुए परेशान
सिविल अस्पताल में भर्ती टीबी मरीज की मौत के बाद वहां के डॉक्टरों ने मरीज के परिजनों की आर्थिक स्थिति कमजोर देखकर उनकी मदद को हाथ बढ़ाए लेकिन बैकुंठधाम पर उसके अंतिम संस्कार के दौरान वहां के कर्मचारियों ने मृतक के परिजनों से अधिक पैसे की वसूली कर ली। इस तरह का आरोप मृतक महिला के पति संजय ने लगाये।
मामाला सिविल अस्पताल का है। जहां रविवार को देवरिया के कटेहरा गांव निवासी संजय की पत्नी ललिता टीबी के इलाज के लिये भर्ती की गई थीं। इलाज के दौरान अगले दिन देर रात ललिता की मौत हो गई। इस दौरान परिजन काफी परेशान हो गये। उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से वे मृतक के शव को लेकर वहीं रुके रहे। दाह संस्कार कराने के भी उनके पास पैसे नहीं थे। इसी कशमश में परिजन काफी दुखी थी। जब इसकी जानकारी सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक आशुतोष दुबे को मिली तो उन्होंने मृतक को दाह संस्कार का पैसा दिया और परिजनों को वापस घर जाने के लिये भी आर्थिक मदद की।
परिजनों का आरोप बैकुंठ धाम पर अधिक पैसे वसूले
एक तो पत्नी की मौत का दुख, उसपर आर्थिक स्थिति भी कमजोर। ऐसे में दाह संस्कार कराने के दौरान बैकुंठधाम में क्रियाकर्म करने वालों ने अधिक पैसा वसूल लिया। इस तरह का आरोप मृतक ललिता के पति संजय ने लगाया। उनका कहना था कि वे अपना दुख बताते रहे पर वहां किसी ने उनकी नहीं सुनी।