केजीएमयू के 8.9 फीसदी डॉक्टर-कर्मचारी पॉजिटिव
लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता केजीएमयू के 8.9 फीसदी डॉक्टर-कर्मचारीकेजीएमयू के 8.9 फीसदी डॉक्टर-कर्मचारीकेजीएमयू के 8.9 फीसदी डॉक्टर-कर्मचारीकेजीएमयू के 8.9 फीसदी डॉक्टर-कर्मचारीकेजीएमयू के 8.9 फीसदी...
लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाताकेजीएमयू में कोरोना वायरस बेकाबू हो गया है। अब तक 450 डॉक्टर-कर्मचारी संक्रमण की जद में आ चुके हैं। कुलपति के निर्देश पर चार दिन मरीज व संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की डॉक्टर व कर्मचारियों की जांच हुई। जांच में 8.9 प्रतिशत डॉक्टर-कर्मचारी पॉजिटिव मिले हैं। बुधवार को दंत संकाय के डॉक्टर व कर्मचारी संक्रमित मिले हैं।केजीएमयू में 450 डॉक्टर व करीब 1000 रेजिडेंट हैं। 10 हजार पैरामेडिकल व कर्मचारी हैं। बीते माह कुलपति डॉ. बिपिन पुरी, कुलसचिव आशुतोष, सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीके ओझा, माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता जैन समेत बड़ी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टर व कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि हुई।संक्रमण बेकाबूकेजीएमयू में इंफेक्शन कंट्रोल कमेटी में बड़ी संख्या में डॉक्टर व कर्मचारियों की फौज है। इसके बावजूद व्यवस्था ध्वस्त है। संक्रमण पर काबू पाने की ठोस कार्रवाई नहीं की। नतीजतन तेजी से केजीएमयू में वायरस का प्रसार हुआ। अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। संक्रमण काबू की व्यवस्था बेपटरी होने की दशा में कुलपति ने बीते विभागवार डॉक्टर-कर्मचारियों की जांच कराई। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष में भी वायरस मिले हैं।लक्षण नहीं मिलेकेजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक विभागवार डॉक्टर व कर्मचारियों की जांच कराई गई। इनमें उन लोगों की जांच कराई गई जो मरीज के सीधे संपर्क में हैं। 8.9 फीसदी डॉक्टर व कर्मचारी संक्रमण की चपेट पाए गए। हालांकि सभी डॉक्टर व कर्मचारी बिना लक्षण वाले हैं। संक्रमण के प्रसार को रोकने की दिशा में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।