बच्चे की अंगूठा चूसने की आदत से जबड़े को नुकसान
यदि बच्चा अंगूठा चूस रहा है तो उसे गंभीरता से लेना चाहिए। बच्चे की यह आदत दांतों की बनावट को बिगाड़ सकता है। जबड़ा छोटा या बड़ा हो सकता है। इससे बच्चे को खाना चबाने में अड़चन आ सकती है। लिहाजा बच्चे...
यदि बच्चा अंगूठा चूस रहा है तो उसे गंभीरता से लेना चाहिए। बच्चे की यह आदत दांतों की बनावट को बिगाड़ सकता है। जबड़ा छोटा या बड़ा हो सकता है। इससे बच्चे को खाना चबाने में अड़चन आ सकती है। लिहाजा बच्चे को अंगूठा चूसने से रोकना चाहिए। यह सलाह केजीएमयू दंत संकाय के डॉ. लक्ष्य कुमार ने दी।
वह गुरुवार को केजीएमयू में डेंटल इंप्लांट मेंटीनेंस विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। दो दिवसीय कार्यशाला के आखिरी दिन डॉ. लक्ष्य यादव ने कहा कि कई बार बच्चे नाक के बजाए मुंह से सांस लेते हैं। इस लक्षण को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।सोते वक्त भी मुंह खुला होने से जबड़े की बनावट पर फर्क पड़ता है। जबड़ा छोटा-बड़ा हो सकता है। दांत बाहर की ओर आ सकते हैं। बड़ों में मुंह से सांस लेने से अंदर सूखापन आ जाता है। मसूढ़ों में सूजन भी आ सकती है। इससे बैक्टीरिया आसानी से पनप आते हैं। नतीजतन मरीज के मुंह से बदबू आने लगती है। डॉ. यूएस पाल ने बताया कि कार्यशाला में करीब 50 डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिलाया गया। कार्यक्रम में डॉ. मंयक सिंह, डॉ. अरूणेश कुमार मौजूद थे।