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श्रावस्ती में बारिश न होने से धान की पंपिंग सेट से सिंचाई

एक ओर जहां यूपी के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं और भारी बरसात तथा तेज हवा से फसलें गिर कर खराब हो गई हैं। वहीं श्रावस्ती में बरसात न होने से धान की फसल खराब हो रही है।  यहां पिछले एक पखवाड़े से...

श्रावस्ती में बारिश न होने से धान की पंपिंग सेट से सिंचाई
लाइव हिन्दुस्तान टीम,श्रावस्ती Sat, 05 Oct 2019 06:44 PM
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एक ओर जहां यूपी के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं और भारी बरसात तथा तेज हवा से फसलें गिर कर खराब हो गई हैं। वहीं श्रावस्ती में बरसात न होने से धान की फसल खराब हो रही है। 
यहां पिछले एक पखवाड़े से बादलों ने किसानों को ललचाया जरूर लेकिन बरसात नहीं हुई। अब किसान पंम्पिंग सेट से खेतों में पानी लगाकर फसल को बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। 
सितम्बर के आखिरी और अक्टूबर के पहले सप्ताह में प्रदेश के कई जिलों में भारी बरसात हुई है। इससे बाढ़ का प्रकोप हो गया और खड़ी फसलें गिर कर खराब हो गई। लेकिन श्रावस्ती में बरसात नहीं हुई। एक पखवाड़े से आसमान में बादल जरूर छाए रहे पर बरसात का नामोनिशान नहीं रहा। शनिवार को भी आसमान में छिटपुट बादल रहे। 
इस समय धान की फसल में बालियां निकल रही हैं और दाने मजबूत हो रहे हैं। ऐसे में खेतों में नमी की बहुत जरूरत होती है। जबकि बरसात न होने से धान की फसल की नमी खत्म होती जा रही है। ऐसे में किसानों के सामने धान की फसल को सूखे की चपेट से बचाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। इसलिए किसानों ने पम्पिंग सेट से धान की फसल की सिंचाई शुरू कर दी है। इसके लिए खेतों में दिन रात पम्पिंग सेट चल रहे हैं। 
लक्ष्मननगर के किसान भगेलू ने बताया कि इस समय धान की फसल में बालियां निकल आयी हैं। दाने मजबूत हो रहे हैं। इस समय खेत में नमी नहीं होगी तो दाने खराब हो जाएंगे। इसलिए खेतों में पानी लगाना पड़ रहा है। यदि बरसात होती तो धान की फसल अच्छी होती। जमुनहा के किसान राम सबूरी ने बताया कि बादलों का इंतजार करते-करते धान की फसल खराब होने की नौबत आ गई है। अब पानी लगाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। इसलिए खेतों की सिंचाई शुरू कर दी गई है। 
जिला कृषि अधिकारी आरपी राना ने बताया कि धान की फसल के लिए महत्वपूर्ण समय चल रहा है। किसानों को चाहिए कि खेतों में नमी बनाए रखें। इसके अलावा बालियां चूसने वाले कीटों से फसल को बचाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव भी करें। 

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