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विज्ञान महोत्सव का समापन समारोह

लखनऊ। चौथे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के तहत एनबीआरआई में आयोजित विद्यार्थी विज्ञान ग्राम का सोमवार को समापन हो गया। बच्चों ने महोत्सव में शामिल होने पर खुशी जाहिर की। बच्चों ने साइन्टून,...

विज्ञान महोत्सव का समापन समारोह
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 08 Oct 2018 08:15 PM
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लखनऊ। चौथे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के तहत एनबीआरआई में आयोजित विद्यार्थी विज्ञान ग्राम का सोमवार को समापन हो गया। बच्चों ने महोत्सव में शामिल होने पर खुशी जाहिर की। बच्चों ने साइन्टून, फोल्डस्कोप, विभिन्न प्रयोगों एवं वैज्ञानिक कविताओं से सम्बंधित सत्रों की प्रशंसा की। संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डा. एसके तिवारी ने डा. पीके श्रीवास्तव को वहीं डा. प्रमोद शिर्के ने पंकज प्रसून को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। अंतिम दिन साइंटून और कविता व वैज्ञानिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिनमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गोमती नगर रेलवे ग्राउंड पर चल रहे मेगा साइंस एक्सपो में सीएसआईआर पवेलियन को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार मिला।पदक जीते सीनियर साइंटिस्ट डा. पीके श्रीवास्तव की साइन्टून प्रतियोगिता में 100 बच्चों ने हिस्सा लिया। जिनमे से जागृति वर्मा, वर्षा कायाल एवं सेरिंग युदों ने गोल्ड मेडल हासिल किया | तीनों ही बच्चे रमन हाउस के थे जबकि सिल्वर मैडल क्रमशः आयुषी सिंह, प्रशांत कुमार, सुकुमार, विनोद कुमार गूजर एवं प्रभाकर गुप्ता ने हासिल किया | पंकज प्रसून कविता प्रतियोगिता में 436 बच्चों ने हिस्सा लिया। साराभाई हाउस से एम श्रीविका ने तमिल कविता व अशोक साटो ने मलयालम कविता ने गोल्ड व सिल्वर मैडल हासिल किया। रमण हाउस से नियति गौरी ने गोल्ड व भावना शर्मा ने सिल्वर मैडल प्राप्त किया। बोस हाउस से रिदम कुडिया व अंकित दुबे ने गोल्ड व अफजल अंसारी ने सिल्वर मैडल प्राप्त किया। खुराना हाउस से निखिल राज सोनी को सिल्वर मैडल मिला। कलाम हाउस से रक्षिता पुरुध्री व भाभा हाउस से पिंकी साहू को गोल्ड मेडल हासिल हुआ। कागज के माइक्रोस्कोप को असेम्बल करना सीखास्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर डॉ मनु प्रकाश ने महान वैज्ञानिक सीवी रमन हाउस में बच्चों को फोल्डस्कोप (कागज के माइक्रोस्कोप) को असेम्बल करना सिखाया। एनबीआरई के वॉलंटियर ने भी बच्चों को फोल्डस्कोप असेंबल करने में मदद की। डीबीटी की एडवाइजर डा. शैलजा गुप्ता ने बताया कि एक बहुत ही कम लागत में बनने वाला सूक्ष्मदर्शी (माइक्रोस्कोप) है जिसे मात्र मोटे कागज़ एवं लेंस की सहायता से बनाया जाता है। इसका आविष्कार डॉ मनु प्रकाश एवं उनकी टीम ने वर्ष 2014 में किया था। इसको कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है। इसको मोबाइल से भी कनेक्ट कर सूक्ष्म जीवों को देखा जा सकता है। साथ ही फोटो भी ली जा सकती है। विज्ञान ग्राम में आए बच्चों को यह फोल्डस्कोप निशुल्क वितरित किया गया।

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