एमओयू करने वाले निवेशकों की क्षमता का होगा परीक्षण
राज्य मुख्यालय। विशेष संवाददाता।
आईडीसी ने निवेश प्रस्तावों पर नौ मार्च तक मांगी आख्या राज्य मुख्यालय। विशेष संवाददाता। औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने इन्वेस्टर्स समिट में आये निवेश प्रस्तावों पर अमल के लिये निवेशकों के प्रोफाइल नौ मार्च तक मांगे हैं। श्री पांडेय मंगलवार को सभी डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे। इसमें एमओयू करने वाले निवेशको को जिले में उद्योग लगाने में सहूलियत देने के निर्देश दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द स्वयं निवेश प्रस्तावों पर अमल के लिए अब तक हुए काम की समीक्षा करेंगे। वैसे इसकी निगरानी मुख्यमंत्री कार्यालय भी कर रहा है। आईडीसी ने सोमवार को अपने कार्यालय में नगर विकास, उद्यान, खाद्य एवं प्रसंस्करण, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स, ऊर्जा, नेडा तथा औद्योगिक विकास विभाग, पर्यटन व सूचना विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उनके विभागों से संबंधित एमओयू प्रस्तावों पर चर्चा की। इसमें इन विभागों द्वारा हस्ताक्षरित व अभिलेखित व सूचीबद्ध एमओयू की समीक्षा की गई। विभागीय अधिकारियों से कहा गया कि वह अपने विभाग से संबंधित एमओयू का विश्लेषण, निवेशक की आर्थिक क्षमता के आधार पर टर्नओवर , व्यापार क्षेत्र, डेब्ट प्रोफाइल आदि पर विस्तृत आख्या नौ मार्च तक भेज दें। उन्होंने कहा कि संबंधित एमओयू का जिलेवार संकलन कर संबंधित डीएम से विचार विर्मश भी किया जाए। उन्होंने कहा कि जमीन की उपलब्धता, जल संसाधन,विद्युत संयोजन तथा राज्य सरकार से वांछित सुविधाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर उन्हें एमओयू वार संकलित कर ब्यौरा नौ मार्च तक शासन को भेज दिया जाए। असल में इन्वेस्टर्स समिट में 1074 एमओयू साइन किये गये। इन पर अगर शत प्रतिशत अमल हुआ तो 4.68 लाख करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। सतीश महाना ने प्रोफाइलिंग के दिये निर्देश औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने पिछले दिनों विभागीय अधिकारियों की बैठक में कहा कि समिट में आये सभी एमओयू का परीक्षण का पहले निवेशकों की प्रोफाइलिंग कर ली जाए। इसके बाद इन्हे संबंधित विभागों के प्रमुख सचिवों को भेज कर रेगुलर मानटरिंग करायी जाए।