हिन्दुस्तान मिशन शक्ति : महिलाओं को मिले सुरक्षा, स्वावलंबन और सम्मान
उत्तर प्रदेश सरकार के साथ आपके अपने अखबार के प्रयास ‘हिन्दुस्तान मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत गठित जूरी की शुक्रवार को पहली बैठक हुई। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में हुई बैठक...
उत्तर प्रदेश सरकार के साथ आपके अपने अखबार के प्रयास ‘हिन्दुस्तान मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत गठित जूरी की शुक्रवार को पहली बैठक हुई। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीडीओ प्रभास कुमार, एसीपी श्वेता श्रीवास्तव और जिला विद्यालय निरीक्षक मुकेश सिंह और हिन्दुस्तान के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक में पहली सूची में चयनित 100 महिलाओं के नाम पर चर्चा हुई। उनके कार्यक्षेत्र और उपलब्धियों के बारे में बताया गया। डीएम ने इस सूची को और बड़ा करने की बात कही है।
डीएम कैंप कार्यालय में हुई इस बैठक में डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के तीन स्तम्भ हैं। सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन। खासतौर पर ग्रामीण और पिछड़े शहरी क्षेत्रों में इसकी आवश्यकता अधिक है। थाना दिवस से लेकर सम्पूर्ण समाधान दिवस तक इन तीन बिन्दुओं पर ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसी को आधार बनाते हुए महिलाओं का चयन किया जाना चाहिए। उन्होंने सीडीओ, एसीपी और जिला विद्यालय निरीक्षक को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही महिलाओं को चिह्नित कर मिशन शक्ति की सूची में चयनित करने के निर्देश दिए।
साथ ही, एसीपी श्वेता श्रीवास्तव से कहा कि पुलिस सीधे तौर पर आम जनता से जुड़ी हुई है। थाना स्तर पर यह देखने की आवश्यकता है कि कौन सी महिलाएं, बालिकाएं अच्छा कार्य कर रही हैं और अन्य के लिए प्रेरणा साबित हो रही हैं। सीडीओ प्रभास कुमार ने कई और महिला स्वयं सहायता समूहों से चयन करने की बात कही। एसीपी श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि मौजूदा समय कुछ युवतियां नि:स्वार्थ भाव से एंटी रोमियो स्क्वॉड के लिए कार्य कर रही हैं। उनमें से कुछ नाम सुझाएंगी। जिला विद्यालय निरीक्षक मुकेश सिंह ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी कई महिलाएं हैं जो दूसरों के लिए आदर्श बन चुकी हैं।
मिसाल बनी महिलाओं को सामने लाएं
बैठक में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने सरकारी योजनाओं के सहारे कार्य किया। दूसरों के लिए मिसाल बन चुकी हैं। बावजूद इसके समाज के कई वर्ग ऐसी महिलाओं को तवज्जों नहीं दे रहे हैं। यदि इन महिलाओं को सम्मानित करें, उनका उदाहरण दें तो सरकारी योजनाओं के बारे में और लोगों तक जानकारी पहुंचेगी।