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गोंडा : महिला अस्पताल पहुंचे प्रमुख सचिव, सुनीं समस्याएं 

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के प्रमुख सचिव व जिले के प्रभारी सुधीर गर्ग ने शुक्रवार को गोंडा महिला अस्पताल पहुंचकर सघन निरीक्षण करने के साथ समस्याएं सुनीं। अस्पताल में प्रवेश करते ही मां दुर्गा...

गोंडा : महिला अस्पताल पहुंचे प्रमुख सचिव, सुनीं समस्याएं 
हिन्दुस्तान संवाद ,गोण्डा।Fri, 14 Jun 2019 04:18 PM
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उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के प्रमुख सचिव व जिले के प्रभारी सुधीर गर्ग ने शुक्रवार को गोंडा महिला अस्पताल पहुंचकर सघन निरीक्षण करने के साथ समस्याएं सुनीं। अस्पताल में प्रवेश करते ही मां दुर्गा के मंदिर पर पहुंचे। मंदिर में लगे ताले को देख भडक उठे। उन्होंने मंदिर का ताला तत्काल खुलवाने का निर्देश दिया। उसके बाद कैंटीन, औषधि भंडार का जायजा लिया और जरुरी निर्देश दिए। उसके बाद 100 शैय्या युक्त एमसीएच विंग महिला चिकित्सालय न्यू बिल्डिंग में पहुंचे। प्रवेश करते ही रजिस्ट्रेशन काउंटर, पुरुष एवं महिला प्रसाधन, फार्मेसी स्टोर, उपचार कक्ष, टीकाकरण कक्ष, अल्ट्रासाउंड विभाग व 102 एम्बुलेंस का हाल जाना और कर्मचारियों को ड्यूटी में लापरवाही न करने के सख्त निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान आशा बहू कल्याण समिति की जिलाध्यक्ष राम देवी ने आशा बहुओं को अपमानित किए जाने और रैन बसेरा बंद रहने की शिकायत की। प्रमुख सचिव ने गम्भीरता से लेते हुए तत्काल रैन बसेरा का ताला खुलवाकर देखा और सीएमएस को निर्देशित किया कि रैन बसेरा में बैठने के लिए कुर्सी के साथ अन्य समुचित व्यवस्था कराएं। उन्होंने कहा कि आशा बहुओं को किसी भी तरह से प्रताड़ित और अपमानित होने की स्थिति न आने दें।

प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव ने कहा कि तहसील व विकास खण्ड स्तर के अधिकारियों के लिए उनके तैनाती स्थल पर रात्रि विश्राम का निर्देश है कि हमें इसका अनुपालन कराते समय यह भी देखना है कि वह किन कारणों से रात्रि विश्राम नहीं कर रहे हैं। उनकी जायज समस्याओं का निदान भी करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा एवं बिजली आपूर्ति शासन की पहली प्राथमिकता है। प्रमुख सचिव ने प्रेसवार्ता में बताया कि जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के नगर निकाय खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो गए हैं लेकिन अभी ग्रामीण क्षेत्रों को संतृप्त किया जाना है। जिले में पेयजल की व्यवस्था अभी हैण्ड पम्पों के सहारे है।

जिले की साक्षरता दर काफी कम होने पर प्रमुख सचिव ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में इतना पिछड़ा कैसे रह गया इसके लिए ठोस कार्य योजना बनाने की जरूरत है। इस मौके पर डीएम डा. नितिन बंसल, पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संतोष श्रीवास्तव व कर्मचारी मौजूद रहे।

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