UP: घाघरा निगल गई अस्थाई बांध, 250 मजरों में हाहाकार
आज सुबह घाघरा देखते-देखते ही अस्थाई बांध निगल गई। बांध कटने से 250 मजरों में पानी जाना शुरू हो गया। बाढ़ से खौफजदा सवा लाख आबादी अपने जरूरी सामान हटाने और अपने परिवार को सुरक्षित स्थानों...
आज सुबह घाघरा देखते-देखते ही अस्थाई बांध निगल गई। बांध कटने से 250 मजरों में पानी जाना शुरू हो गया। बाढ़ से खौफजदा सवा लाख आबादी अपने जरूरी सामान हटाने और अपने परिवार को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में लग गए ।
शुक्रवार सुबह बांध पर पहुंची हिंदुस्तान टीम ने यहां का जो नजारा देखा वह चौंकाने वाला था। तमाम दावे करने वाले कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। बांध कटने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है उनका कहना है कि प्रतिवर्ष बांध बनाया जाता है और फिर उसे बचाने की कवायद शुरू होती है लेकिन अंत में हम लोगों को बांध कटवाकर डूबने के लिए छोड़ दिया जाता है। फिलहाल घाघरा का वाटर लेवल कम होने के चलते पानी का प्रेशर कम जरूर है लेकिन लगातार बढ़ रहे जल स्तर से आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह हो सकती है। बांध काटने के बाद नकहरा गांव की तरफ लगातार पानी का जाना जारी है। इसी गांव के निवासी अयोध्या यादव के खेत के पास स्थित नाले में घाघरा का पानी अब सीधे जाना शुरु हो चुका है। गांव वाले अब घाघरा के रहमों करम पर निर्भर हैं। शुक्रवार सुबह को एल्गिन ब्रिज पर ली गई माप के अनुसार घाघरा का जल स्तर 106.336 दर्ज किया गया जो कि खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ना जारी है।
वहीं उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा ऐलीपरसौली में 14 वर्षीय किशोर सतीश पुत्र मुनि प्रताप सिंह की सरयू नदी में डूबने से मौत हो गई ।