Video - गोंडा : स्वामी सर्वदानंद के आंगन में हनुमान कथा की अमृत वर्षा
मंगलमय परिवार के तत्वावधान में श्री स्वामी सर्वदानन्द बालिका विद्यालय बेन्दुली इटियाथोक के परिसर में आठ दिवसीय संगीतमय श्री हनुमान कथा रविवार से शुरू हुई। कथा के पहले दिन वृन्दावन धाम से पधारे विजय...
मंगलमय परिवार के तत्वावधान में श्री स्वामी सर्वदानन्द बालिका विद्यालय बेन्दुली इटियाथोक के परिसर में आठ दिवसीय संगीतमय श्री हनुमान कथा रविवार से शुरू हुई। कथा के पहले दिन वृन्दावन धाम से पधारे विजय कौशल महाराज ने कहा कथा का सेवन करने से शरीर अमृत हो जाता है।
कथा के मुख्य यजमान ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने पत्नी के साथ श्री कौशल महाराज की आरती उतारी। कथा में महाराज ने कहा, कथा को परम आनन्द के साथ सुनना चाहिए। गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है कि केवल सुनने मात्र से कथा का श्रवण हो जाता है। महाराज ने गीत के माध्यम से कहा कि ‘जहां-जहां कीर्तन होता सियाराम का, लगता है पहरा वहां वीर हनुमान का।’ ‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस वर दीन जानकी माता’ केवल हनुमान जी को कहा जाता है। दुनिया में महावीर की उपाधि हनुमान जी को ही प्राप्त है। पांच लक्षण जिसके अन्दर होते हैं उसको वीर कहते हैं। ये पांचों लक्षण केवल भगवान श्रीराम में थे। इसलिए भगवान राम को रघुवीर कहा गया है। पांच लक्षणों से युक्त महापुरुष को जो अपने वश में कर ले, उसको महावीर कहा गया है। यह काम हनुमान जी ने किया था।
कथा के दौरान क्षेत्रीय विधायक विनय कुमार द्विवेदी, सीओ सिटी भरतलाल यादव, व्यास पीठ के भूषण जी, स्वयंप्रकाश शुक्ल, कमल लक्ष्मी, नरसिंह दास महाराज, नेतराम तिवारी, मधुसूदन शुक्ल, राजेश दुबे, मीरा दंबे, कमलकान्त शुक्ल, दुर्गेश मिश्रा, स्वामीनाथ उपाध्याय, रवीन्द्र शुक्ल, आशीष पाण्डेय, कमलेश तिवारी, शैल कुमारी, हरि नारायन शुक्ल, अंकित जैन, संजीव शर्मा, राजेश ओझा और मुकेश दुबे आदि भी मौजूद रहे।