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गोमती का 10 दिन से लगातार गिर रहा जलस्तर

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गोमती का 10 दिन से लगातार गिर रहा जलस्तर
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 30 May 2018 08:37 PM
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लखनऊ। निज संवाददातागोमती का जलस्तर से लगातार 10 दिन से गिर रहा है। जिससे बड़ा जलसंकट पैदा होने का खतरा है। वहीं, पानी के प्रदूषित होने की संभावना बढ़ गई है। कई दिनों से जलस्तर न्यूनतम स्तर से नीचे चल रहा है। जिससे पंप रॉ वॉटर कम मात्रा में डिस्चार्ज कर पा रहे हैं। जीएम जलकल एसके वर्मा ने बताया कि सिंचाई विभाग से जल्द से जल्द पानी छोड़ने का अनुरोध किया गया है। फिलहाल अभी ऐसी कोई समस्या नहीं खड़ी हुई है। गऊघाट में 4 पंप चल रहे हैं। हां जलस्तर कम होने से पानी के ट्रीटमेंट में रसायनों का इस्तेमाल बढ़ गया है। अगर जलस्तर में सुधर आ जाता है तो रसायनों का इस्तेमाल कम हो जाएगा। वॉटर लेविल20 मई - 347.8 फीट21 मई - 347.4 फीट22 मई - 347.3 फीट23 मई - 347.1 फीट24 मई - 347.0 फीट25 मई - 346.9 फीट26 मई- 346.8 फीट27 मई - 346.7 फीट28 मई - 346.6 फीट29 मई - 346.5 फीट30 मई - 346.4 फीट ( न्यूनतम जलस्तर- 346.8 फीट)पौने दो घंटे बंद रहा गऊघाट पंपिंग स्टेशनगऊघाट पॉवर हाउस में मरम्मत कार्य के चलते बुधवार दोपहर 12 बजे से 1.40 बजे तक गऊघाट पंपिंग स्टेशन पूरी तरह से बंद रहा। पौने दो घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रहने से गऊघाट से ऐशबाग व बालागंज जलकल को होने वाली रॉ वॉटर की आपूर्ति पूरी तरह से बंद रही। जिसका सीधा असर शहर के दो बड़े इलाकों में शाम को होने वाली जलापूर्ति पर पड़ा। ऐशबाग से जुड़े राजेंद्रनगर, केकेसी, नाका हिंडोला, रकाबगंज, गणेशगंज, मवैया, गढ़ी कनौरा समेत कई इलाकों में जलापूर्ति बाधित रही। वहीं, बालागंज जलकल से जुड़े बालागंज, एकतानगर, राजाजीपुरम, पुराने लखनऊ के कई इलाकों में पानी संकट बना रहा। प्रेमनगर में 100 घरों में जलापूर्ति ठपआलमबाग के प्रेमनगर मोहल्ले में बीते कई दिनों से नल सूखे पड़े हैं। लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जलकल विभाग कोई कई बार समस्या से अवगत कराया गया। लेकिन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। स्थानीय निवासी अजय यादव ने बताया कि मोहल्ले वासी सबमर्सिबल की टंकी से पानी भरने को मजबूर हैं। जिस सबमर्सिबल टंकी फेल हो गई उस दिन पानी के लिए हाहाकार मच जाएगा। अशोक गुप्ता व रितेश ने बताया कि पानी के लिए दूरदराज इलाकों में भटकना पड़ता है। लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं।

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