चारबाग व गोमतीनगर को अत्याधुनिक बनाने की जमीन देगा रेलवे
चारबाग व गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने के एवज में निजी कंपनियों को रेलवे जमीन देगा। जिसका व्यावसायिक इस्तेमाल होगा। इस बाबत एनबीसीसी ने ड्राफ्ट बनाकर आरएलडीए को सौंप दिया है और जमीन भी...
चारबाग व गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने के एवज में निजी कंपनियों को रेलवे जमीन देगा। जिसका व्यावसायिक इस्तेमाल होगा। इस बाबत एनबीसीसी ने ड्राफ्ट बनाकर आरएलडीए को सौंप दिया है और जमीन भी चिन्हित की जा रही है। जल्द ही इस पर फैसला होने की उम्मीद है, जिसके बाद स्टेशनों का पुनर्विकास शुरू हो जाएगा।
गोमतीनगर पर 1910 करोड़ व चारबाग पर खर्च होंगे 1800 करोड़
गृहमंत्री राजनाथ सिंह व रेलमंत्री पीयूष गोयल ने गत दिवस चारबाग व गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। गोमतीनगर के विकास पर जहां 1910 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वहीं चारबाग-लखनऊ जंक्शन पर 1800 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। रेल भूमि विकास प्राधिकरण(आरएलडीए) व नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन(एनबीसीसी) को यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नितिन चौधरी ने बताया कि स्टेशनों का विकास सेल्फ सस्टेन फाइनेंसिंग से किया जाएगा। जिसका पूरा खर्च वह कंपनी उठाएगी, जिसे ठेका मिलेगा।
लीज पर मिलेगी जमीन
इसके एवज में उन्हें रेलवे अपनी जमीन लीज पर देगा, जिसका वह व्यावसायिक इस्तेमाल कर सकेंगे। इस जमीन पर वह क्या निर्माण करा सकेंगे, कैसे इस्तेमाल करेंगे, यह सब गाइडलाइन के मुताबिक ही तय होगा। उन्होंने आगे बताया कि इस बाबत डीपीआर बनाया जा रहा है। एनबीसीसी ने आरएलडीए को ड्राफ्ट बनाकर भेज दिया है। जिस पर कई चरणों की मीटिंग हो चुकी है। उधर जीएम ने जमीन के इस्तेमाल को लेकर गाइडलाइन आरएलडीए को दी है और मंडल स्तर पर जमीन को चिन्हित करने का काम शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही इस मुद्दे को लेकर बैठक होगी। उम्मीद है कि अगले तीन से चार महीने में इस पर अंतिम मुहर लग जाएगी।