ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखनऊनमामि गंगे ट्रस्ट में एक करोड़ लोगों से धन जुटाने का लक्ष्य, किनारे होंगे विकसित

नमामि गंगे ट्रस्ट में एक करोड़ लोगों से धन जुटाने का लक्ष्य, किनारे होंगे विकसित

विशेष संवाददाता,राज्य मुख्यालय। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि मैली गंगा को साफ करने और उसके किनारों को हरा भरा तथा विकसित करने के लिए गठित नमामि गंगे ट्रस्ट में...

नमामि गंगे ट्रस्ट में एक करोड़ लोगों से धन जुटाने का लक्ष्य, किनारे होंगे विकसित
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 08 Dec 2017 07:26 PM
ऐप पर पढ़ें

-नमामि गंगे ट्रस्ट में एक करोड़ लोगों से धन जुटाने का लक्ष्य, किनारे होंगे विकसितविशेष संवाददाता- राज्य मुख्यालयकेन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि गंगा को साफ करने और उसके किनारों को हरा भरा व विकसित करने के लिए नमामि गंगे ट्रस्ट में एक करोड़ लोगों से धन जुटाया जाएगा। इस ट्रस्ट के अध्यक्ष केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली हैं। अभी इस ट्रस्ट के खाते में 220 करोड़ रुपये हैं। उन्होंने उद्यमियों, उत्तर प्रदेश की आम जनता और स्वयंसेवी संगठनों से अपील की कि वह गंगा के किनारों को विकसित करवाने के लिए स्पांसरशिप दें। ऐसी स्पांसरशिप देने वालों को गंगा के किनारे मोक्षधाम, धर्मशालाएं, लाइटिंग, पार्किंग स्थल और उपवन विकसित करने के लिए सारी क्लीयरेंस केन्द्र सरकार देगी। नितिन गडकरी ने लखनऊ में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नमामि गंगे के तहत केन्द्र सरकार ने अब तक 97 शहरों में गंगा के प्रदूषण के निवारण के लिए प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। इनमें से 19 प्रोजेक्ट पूरे कर लिए गए हैं और 55 प्रोजेक्ट के वर्क आर्डर जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।उन्होंने बताया कि गंगा के किनारों पर देश भर में 22 थर्मल पावर प्लांट हैं। गंगा शुद्धि के लिए जो ट्रीटमेंट प्लाण्ट लगाए जा रहे हैं उनसे निकले पाने इस्तेमाल के लिए एनटीपीसी को जाएगा और रेलगाड़ियों की धुलाई के लिए इस्तेमाल होगा। इन प्लांट से निकलने वाली गैस सीएनजी को वाहन ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। यह काम इन्द्रप्रस्थ गैस निगम के साथ मिलकर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गंगा की सफाई के सभी प्रोजेक्ट मार्च 2019 तक पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है। श्री गडकरी के अनुसार गंगा के किनारे के 4500 गांवों को गंगा ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। इन गांवों को एनजीओ को गोद दिया जाएगा। गंगा के किनारे 10 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों वह क्लीन गंगा मिशन के तहत लंदन के रोड शो में शामिल हुए जहां गंगा के लिए एक हजार करोड़ रुपये की स्पांसरशिप मिली है और अब देश के विभिन्न हिस्सों में घूमकर वह एक हजार करोड़ की और स्पांसरशिप जुटाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि मार्च 2019 तक गंगा के प्रदूषण को काफी खत्म किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि गंगा के साथ-साथ यमना और अन्य सहयोगी नदियों के प्रदूषण को भी खत्म किए जाने के लिए परियोजनाएं चलाने की जरूरत है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें