श्मशान घाट के लिए दर्जनों इलाकों के लोगों ने डीएम से लगाई गुहार
Lucknow News - सम्पूर्ण समाधान दिवस में आईं 620 शिकायतें, 118 मौके पर निस्तारित मलिहाबाद मे जिलाधिकारी विशाख

साहब, मलिहाबाद कस्बे के हिन्दुओं की बड़ी आबादी को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिये भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। पहले तो बेहता को उतरकर पार करना पड़ता है, फिर कोई तय अन्त्येष्टि स्थल न होने से खुले में ही शव का अंतिम संस्कार करना पड़ता है। मलिहाबाद नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों के सभासदों ने सोमवार को मलिहाबाद तहसील मे आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस मे मौजूद जिलाधिकारी विशाख जी के सामने यह समस्या रखी। सभासद रवि राजपूत, अमनेश कश्यप, मालती यादव, शिल्पी राठौर आदि ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर यह समस्या उठाई। सभासदों ने बताया कि नगर पंचायत मलिहाबाद के सैय्यदवाड़ा, मुंशीगंज, शीतलन टोला, समदा तालाब, शीतलन टोला, झण्डातला, मोहम्डनटोला आदि मोहल्लों की हिन्दू आबादी के लोगों को परिजनों के अन्तिम संस्कार के लिए ग्राम पंचायत शेरपुर भौसा स्थित एकमात्र श्मशान घाट कोनेश्वर घाट तक जाना पड़ता है।
ऐतिहासिक कोनेश्वर महादेव मन्दिर के पीछे बेहता की तराई मे बने इस श्मशान घाट मे कोई अंत्येष्टि स्थल ही बना है और न कोई टीनशेड या हैण्डपम्प की ही व्यवस्था है। सभासदों ने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत तो बरसात के दिनों मे होती है। बेहता नाले मे ज्यादा पानी होने के कारण स्थानीय लोगो को करीब 12 किलोमीटर की दूरी से घूमकर श्मशान घाट पहुंचना पड़ता है। शव के अन्तिम संस्कार के लिये मौसम के हिसाब से तय करना पड़ता है। सभासदों ने मांग की है कि बेहता पर पुल और अंत्येष्टि स्थल बनवाने की माँग की है। इस गम्भीर समस्या को लेकर डीएम ने खण्ड विकास अधिकारी मलिहाबाद को जांचकर आवश्यक कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए। सभासद इमरान अंसारी ने प्रार्थना पत्र देकर सीएचसी मलिहाबाद मे एक्सरे मशीन और अल्ट्रासाउंड मशीन चालू कराए जाने के साथ ही अस्पताल मे एक सर्जन व आकस्मिक सुविधा और बेहतर बनाने की मांग की है। सीएचसी अधीक्षक को मामले की जांच और कार्यवाही के निर्देश दिए है। ककरहिया गांव की महिला सुधा ने प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि जाति प्रमाणपत्र मे रिपोर्ट लगाने के नाम पर लेखपाल ने चार सौ रुपये लिए और आनलाईन प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया। दोबारा आनलाईन आवेदन करने के साथ ही मायके की रिपोर्ट भी लगा दी गई बावजूद इसके अभी तक प्रमाण पत्र नही बन सका। मामले की जांच तहसीलदार मलिहाबाद को सौपी गई। सरोजनीनगर: लिंक एक्सप्रेस वे की राह में आ रहे इलाकों के लोगों ने रखी बात बंथरा इलाके में पूर्वांचल व आगरा लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से आजाद विहार कॉलोनी के 400 परिवारों के सामने बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है। सोमवार को सरोजनीनगर सम्पूर्ण तहसील समाधान दिवस पर कॉलोनी के करीब 100 निवासियों ने एसडीएम अंकित शुक्ला को ज्ञापन सौंपा। नगर पंचायत वार्ड नंबर 15 की सभासद सारिका शुक्ला और सभासद प्रतिनिधि अतुल शुक्ला के नेतृत्व में लोगों ने सामूहिक ज्ञापन दिया। आजाद विहार कॉलोनी खसरा संख्या 33 बंथरा और 254 औरावां क्षेत्र में स्थित है। यह कॉलोनी 25 वर्षों से बसी हुई है। यहां एक मंदिर और बच्चों का खेल पार्क भी है। प्राप्त मैप के अनुसार लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण में इस पूरी कॉलोनी का अधिग्रहण प्रस्तावित है। कॉलोनी के निवासी अतुल शुक्ला, राकेश कुमार, गीता चौरसिया व अरविंद सिंह चौहान समेत अन्य लोगों का कहना है कि उन्होंने जीवन भर की कमाई से यहां जमीन खरीदी है। निवासियों ने एक्सप्रेसवे का रूट बदलने की मांग की है। प्लॉट पर कब्जे की शिकायत सभासद गीता देवी ने गहरू में जमीन पर कब्जे की शिकायत की। उन्होंने बताया कि गहरू में स्थित नगर निगम की गाटा संख्या-561, 566, 572, 573, 574, 578, पर अवैध रूप से प्लॉटिंग की जा रही है। प्लाटिंग दबंगों द्वारा करके अवैध कब्जा कर लिया गया है और गाटा सं०-583 के स्वामित्य श्री रामनरेश रावत की जमीन को भी कब्जा किया जा रहा है। वहीं, प्रधान और सचिव की ओर से मानक के अनुरूप विद्यालय में कार्य न कराए जाने पर प्रधान अध्यापक ने शिकायती पत्र दिया। मोहनलालगंज: हिस्ट्रीशीटर ने गुमटी रख दोबारा किया कब्जा समाधान दिवस में नारेबाजी प्रदर्शन नन्दौली ग्राम पंचायत में सरकारी जमीन से हटाने के बाद दोबारा रखी गई गुमटी का मामला शांत होने का नाम नही ले रहा। सोमवार को गुमटी हटाने को लेकर महिला ग्राम प्रधान की अगुवाई में समाधान दिवस पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुछ देर के लिए समाधान दिवस की कार्रवाई रुक गई। एडीएम ने कब्जा खाली करवाने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए। साथ ही किसानों की मांगों को लेकर भाकियू (राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन) भी तहसील प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठने के साथ जमकर नारेबाजी की। नन्दौली गांव में पंचायत भवन(ग्राम सचिवालय) के सामने सरकारी जमीन पर हिस्ट्री शीटर ने गुमटी रखकर कब्जा कर लिया। महिला ग्राम प्रधान रीना सिंह ने सीएम पोर्टल से लेकर तहसील व ब्लॉक अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद 17 जुलाई को जब धरना दिया तो गुमटी हटवा दी गई। बाद में प्रभावशाली लोगों के कहने पर 7 अगस्त को दोबारा गुमटी रख दी गई। सोमवार को मोहनलालगंज तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में ग्राम प्रधान के साथ दर्जनों ग्रामीण नारेबाजी करते हुए पहुंच गए। नारेबाजी कर रहे ग्रामीण व ग्राम प्रधान तहसीलदार ऋतुराज शुक्ला पर सत्ता पक्ष के दबाव में कार्रवाई न करने का आरोप लगाने लगे। एडीएम, सिविल सप्लाई ज्योति गौतम ने एसडीएम मोहनलालगंज पवन पटेल को पुलिस व राजस्व की टीम भेजकर 13 तारीख (शनिवार) को सरकारी जमीन पर कब्जा मिलने पर उसे हटवाने के आदेश दिए। जिसके बाद ग्रामीणों ने नारेबाजी बंद की। धरने पर बैठ गए भाकियू कार्यकर्ता राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेश सचिव दिनेश यादव व जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार की अगुवाई में दर्जनों कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए समाधान दिवस पहुंच गए। भाकियू कार्यकर्ता गांवों में अवैध कब्जे खाली करवाने, 16 वर्षो से सिरौना ड्रेन की सफाई न कराने सहित कई मांग करने लगे। तहसीलदार व एसीपी रजनीश वर्मा ने उनकी शिकायतों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद भाकियू कार्यकर्ता शांत हुए। भाकियू पदाधिकारियों ने 18 तारीख तक शिकायतों का निराकरण न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। तहसील कुल प्राप्त मामले मौके पर निस्तारित मलिहाबाद 178 35 सदर 51 9 बीकेटी 126 34 मोहनलालगंज 183 25 सरोजनीनगर 82 15 कुल 620 118
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