हरदोई हाईवे पर पांच दशक पुराना तरौना पुल टूटना शुरू
हिन्दुस्तान की मुहिम के बाद हरदोई हाईवे स्थित जर्जर तरौना पुल पर नए पुल की कवायद शुरू हो गई है। मंगलवार को करीब चार दशक पुराने पुल को बुलडोजर से...
हिन्दुस्तान की मुहिम के बाद हरदोई हाईवे स्थित जर्जर तरौना पुल पर नए पुल की कवायद शुरू हो गई है। मंगलवार को करीब चार दशक पुराने पुल को बुलडोजर से तोड़कर वाहनों के लिए डायवर्जन लागू कर दिया गया। एनएचएआई अगले माह से यहां नए पुल का निर्माण शुरू करेगा। वाहन चालकों की सुविधा के लिए लखनऊ से हरदोई की तरफ जाने वाली लेन से ही दोनों ओर का ट्रैफिक गुजरेगा।
लखनऊ-हरदोई हाईवे पर तरौना गांव में 80 के दशक में सिंगल लेन पुल का निर्माण हुआ था, लेकिन विभागीय लापरवाही से पुल की मरम्मत नहीं हुई। पिछले डेढ़ दशक में पुल काफी जर्जर हो गया और रेलिंग भी टूट चुकी थी। केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में हरदोई रोड को नेशनल हाईवे घोषित कर दिया। इसके बाद लोनिवि की सड़क एनएचएआई को हैंडओवर हो गई। इसके बावजूद पुल की मरम्मत नहीं हुई, जिससे आए दिन संडीला की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहे वाहन चालक रेलिंग से बेहता नाले में गिर जाते थे, जिसमें कई लोगों की मौत भी हो चुकी हैं। आपके अपने हिन्दुस्तान अखबार ने वाहन चालकों की दिक्कतों को लेकर लगातार खबरें भी प्रकाशित की। खबरों को संज्ञान में लेकर एनएचएआई ने जर्जर तरौना पुल की जगह नये पुल निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद कार्यदायी संस्था ने मंगलवार से बुलडोजर से पुल को तोड़ने का काम शुरू किया।
पुल से हो चुके हैं कई हादसे
- 28 सितम्बर 2022 तीन वाहन पलटे, दो लोग घायल
- 22 सितम्बर 2022 को तीन कारें नाले में गिरी, छह घायल
- 05 अगस्त 2022 को कार नाले में गिरी एक की मौत, दो घायल
तरौना पुल : एक नजर
लंबाई 64 मीटर
चौड़ाई 5.5 मीटर
पुल बना वर्ष 1983
हरदोई रोड पर तरौना पुल काफी संकरा-क्षतिग्रस्त हो गया था। पुल की रेलिंग भी टूट चुकी थी। जर्जर पुल की जगह नये पुल का निर्माण किया जाएगा। संडीला से आने वाले वाहन चालकों को रूट डायवर्ज कर दिया गया है।
- एमके जैन, क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआई