मुख्य चिकित्सा अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब
जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने जिला पोषण समिति की बैठक में जनपद के कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को सुपोषित श्रेणी में लाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में आवश्यक वजन मशीन की अनिवार्यता में कमी...
जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने जिला पोषण समिति की बैठक में जनपद के कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को सुपोषित श्रेणी में लाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में आवश्यक वजन मशीन की अनिवार्यता में कमी पाई।
इस मामले में कड़ा रोष व्यक्त करते हुए डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब करते हुए उच्च स्तर पर कार्रवाई करने को कहा है। डीएम ने कहा कि विगत कई माह से हो रही बैठकों में ग्राम स्तर पर ही बच्चों के वजन के लिए अविलंब वजन मशीनें खरीदने के लिए कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद इस कार्य में लापरवाही बरती जा रही है जो क्षम्य नहीं है।
डीएम ने कहा कि यदि ग्राम पंचायत स्तर पर ही वजन मशीनें उपलब्ध रहेंगी तो वहीं पर आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चों का वजन लेकर उनकी श्रेणी का निर्धारण कर सकेंगी। यदि बच्चे का वजन कुपोषित या अतिकुपोषित श्रेणी में आता है तो मानक के अनुसार उन्हें पीएचसी, सीएचसी या जिला अस्पताल में रेफर कर समुचित इलाज उपलब्ध कराकर यथाशीघ्र सुपोषित श्रेणी में लाया जा सकता है। यदि कोई बच्चा कुपोषित या अतिकुपोषित होने के बाद इलाज के उपरांत सुपोषित श्रेणी में आ जाता है लेकिन लापरवाही के कारण वह पुन: कुपोषित या अतिकुपोषित श्रेणी में आ जाता है तो संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकत्री व आशा के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।