पूर्व सैनिकों की विधवाओं की पुत्रियों की शादी के लिए अब एक लाख मिलेगा
- राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई उप्र सैनिक पुनर्वास निधि की प्रबंध समिति की बैठक पूर्व सैनिकों की विधवाओं की पुत्रियों की शादी के लिए अब एक लाख मिलेगा पूर्व सैनिकों की विधवाओं की पुत्रियों की शादी के...
- राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई उप्र सैनिक पुनर्वास निधि की प्रबंध समिति की बैठकप्रमुख संवाददाता- राज्य मुख्यालयप्रदेश में पूर्व सैनिकों की मृत्यु होने पर उनकी पत्नियों को पुत्रियों की शादी में अब 50000 से बढ़ाकर एक लाख रुपये दिया जाएगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि प्रबंधन समिति की 47वीं बैठक में यह फैसला किया गया।नवीं व दसवीं के छात्रों को 5000पूर्व सैनिकों के कल्याणार्थ चल रही वार्षिक शैक्षिक सहायता योजना में दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि भी बढ़ा दी गई है। कक्षा 9-10 के छात्रों को 3000 से बढ़ाकर 5000 रुपये और 11-12 के छात्रों को 4000 से बढ़ाकर 6000 रुपये कर दिया गया है। स्नातक छात्रों 5000 से बढ़ाकर 7000 रुपये व स्नातकोत्तर के छात्रों को 6000 से बढ़ाकर 9000 रुपये दिया जाएगा। इंटर स्तर तक के तकनीकी कोर्स आईटीआई आदि के लिए 7000 से बढ़ाकर 10000 रुपये और स्नातक व स्नातकोत्तर के तकनीकी छात्रों को 15000 से बढ़ाकर 25000 रुपये दिया जाएगा। शहीद सैनिकों के आश्रितों को तकनीकी ट्रेनिंग के लिए उपकरण खरीदने पर 50000 रुपये तक की सहायता दी जाएगी।अटारी कृषित प्रक्षेत्र की 1342 एकड़ जमीन चिन्हित करेंराज्यपाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से सचिव राजस्व को अगस्त तक अटारी कृषि प्रक्षेत्र की 1342 एकड़ जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी को निर्देश दिए कि वे इस कृषि फार्म का संबंधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण करें और इसकी रिपोर्ट राजभवन को दें कि इसका बेहतर उपयोग कैसे किया जाए। इसकी आय में किस प्रकार वृद्धि की जाए, क्योंकि वर्तमान में यहां से 9.69 लाख रुपये की आय हुई है जो कम है। उन्होंने कृषि प्रक्षेत्र पर लगे 8 नलकूपों को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए संबंधित विभाग से प्रस्ताव तैयार कराकर उसे शीघ्र चालू करने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने सैनिक पुनर्वास निधि के सचिव बिग्रेडियर रवि को निर्देश दिए कि जो भी बजट शहीद सैनिकों के आश्रितों के सहायतार्थ स्वीकृत धनराशि का अधिकतम उपयोग करें। इसके पहले समिति की 46वीं बैठक की कार्यवृत्त को पुष्टि के लिए रखा गया।