संपादित: कैम्पस: भाषा विवि का नाम बेगम हज़रत महल किया जाए
संपादित: कैम्पस: भाषा विवि का नाम बेगम हजरत महल करने की मांग लखनऊ। निज...
संपादित: कैम्पस: भाषा विवि का नाम बेगम हजरत महल करने की मांग
लखनऊ। निज संवाददाता
महान स्वतन्त्रा सग्राम सेनानी और अवध की राजमाता बेगम हजरत महल को याद किया गया। 1857 की क्रांति में अंग्रेजों को अपना लोहा मनवाने वाली बेगम की बुधवार को पुण्यतिथि थी। इस मौके पर यौम-ए-शाहादत कार्यक्रम पार्क बेगम हजरत महल में आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि भन्ते ज्ञानालोक विहाराध्यक्ष बुद्धविहार रहे।
अब्दुल नसीर नासिर ने कार्यक्रम की अध्यक्ष्ता करते हुए कहा कि मैं इस शहीदी दिवस को पिछले 21 साल से मना रहा हूं। उन्होंने कहा कि बेगम के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यह होगी कि हम सब कोविड के नियमों का पालन करे। उन्होंने भाषा विश्वविद्यालय का नाम बदल कर बेगम हजरत महल के नाम पर करने की मांग की।
मुख्य अतिथि ने कहा कि मुझे बेगम की इन कुर्बानियों का पता नहीं था, मैं धन्यवाद देता हूं बेगम हजरत महल मेमोरियल सोसाइटी का जो कई वर्षों से बेगम का शहदी दिवस मनाती आ रही है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि बेगम की कुर्बानियों पर आधारित लेख पथरों में लिखवा कर पार्क में लगाया जाए।
कार्यक्रम में वामिक खान ने बेगम पर एक फिल्म बनाने का वादा किया। इस अवसर पर रफत फातिमा, एसएन लाल, असग़र मेंहदी, डा मसीउद्दीन मसीह, डा मंसूर, देवेन्द्र प्रताप सिंह, हर्षवर्धन और हृदयराम उपस्थित रहे।