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सीवर के लिए छह माह पहले बनी सड़क खोद डाली

लखनऊ। प्रमुख संवाददाता अफसरों की मनमानी हो या विभागों में तालमेल के अभाव। खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सरकारी धन की बर्बादी हो रही है वह अलग। इंदिरानगर सेक्टर आठ में अभी छह माह पहले एक...

सीवर के लिए छह माह पहले बनी सड़क खोद डाली
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊMon, 12 Jun 2017 10:06 PM
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लखनऊ। प्रमुख संवाददाता अफसरों की मनमानी हो या विभागों में तालमेल के अभाव। खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सरकारी धन की बर्बादी हो रही है वह अलग। इंदिरानगर सेक्टर आठ में अभी छह माह पहले एक करोड़ रुपए की लागत से बनी सड़क खोद दी गई। जल निगम को अब सीवर लाइन डालने की याद आई है। सड़क की खुदाई से लोगों को आनेजाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा बारिश में परेशानी बढ़नी तय है। पैसे की इस बर्बादी पर जिम्मेदार अधिकारी स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं। इंदिनागर सेक्टर आठ चौराहा से रिंगरोड जोड़ने वाली सड़क का निर्माण आवास विकास ने बमुश्किल छह माह पहले कराया था। विधानसभा चुनाव से पहले काम समाप्त हुआ था। सड़क निर्माण शुरू होने से पहले जल निगम से सीवर लाइन डालने के लिए पूछा गया था। कहा गया था कि यदि सीवर लाइन या अन्य किसी कार्य से सड़क की खुदाई कर ली जाए लेकिन उस समय जल निगम के अभियंताओं ने साफ मना कर दिया था। जल निगम से स्पष्ट जवाब मिलने के बाद आवास विकास ने काम शुरू कराया। सालभर पहले हुआ था टेंडर जल निगम के सूत्रों की माने तो सीवर लाइन डालने के काम को मंजूरी साल पहले मिल चुकी थी। उसका टेंडर भी हो गया था। इसके बावजूद आवास विकास व स्थानीय पार्षद को सीवर लाइन डालने की किसी योजना की जानकारी नहीं दी गई। सड़क खोदाई के समय स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सड़क खुदाई से आधी से ज्यादा सड़क घेर ली गई है। मिट्टी का ढेर सड़क पर लगा है। इससे लोगों ने आनेजाने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी सुबह व शाम को हो रही है। इस समय पालीटेक्निक चौराहे पर जाम लगने की स्थिति में फैजाबाद रोड जाने वाले लोग इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। हालत यह है कि दोनों ही वक्त यहां भी लम्बा जाम लग रहा है। बारिश में होगी मुसीबत बारिश से ठीक पहले सड़क खोदने से लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है। सीवर लाइन डालने के बाद मिट्टी डालकर छोड़ दिया जा रहा है। बारिश होने पर मिट्टी धंसने पर वाहनों का फंसना तय है। यहां दुर्घटना भी होने की आंशका बनी हुई है। ------------- सपा सरकार में बहुत कोशिश के बाद आवास विकास से सड़क बनवाई गई। उस समय जल निगम के अभियंताओं से सीवर डालने या अन्य किसी काम के बारे में पूछा गया था। किसी ने सीवर डालने की योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। जल निगम की लापरवाही से जनता के पैसे की जमकर बर्बादी हो रही है। इस बारे में कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं है। मालती सिंह, पार्षद। हो सकता है उस समय फण्ड न मिला हो। सीवर का काम होने पर मिट्टी व गिट्टी डालकर पैचिंग का काम कराने के लिए संबंधित अभियंता को बोलता हूं। 10-15 दिनों में सड़क को दुरुस्त कर दिया जाएगा। बारिश में लोगों को किसी प्रकार की आसुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। डीएन यादव, महाप्रबंधक, गोमती प्रदूषण नियंत्रण इकाई। विभागों में तालमेल न होने अधिकारी जनता के पैसे को बर्बाद करने पर तुले हुए। लोगों की परेशानी से उनका कोई लेना देना नहीं है। नगर निगम व जल निगम के अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन किसी के कान पर जूं तक रेंगती। सुशील कुमार बच्चा, महासचिव इन्दिरानगर अवासीय महासमिति।

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