पारिजात अपार्टमेंट की लिफ्ट में फंसे दर्जन भर लोग
आधे घंटे तक अटकी रही लिफ्ट, रोने लगे बच्चे आपार्टमेंट में रहने वालों की...

आधे घंटे तक अटकी रही लिफ्ट, रोने लगे बच्चे
आपार्टमेंट में रहने वालों की मुश्किलें बढ़ी, सुनवाई नहीं हो रही
लखनऊ प्रमुख संवाददाता
गोमती नगर स्थित पारिजात अपार्टमेंट की लिफ्ट में शनिवार की रात दर्जन भर लोग परिवार समेत फंस गए। लिफ्ट से कोई बाहर नहीं निकल पा रहा था। ऐसे में लिफ्ट में अभिभावकों के साथ फंसे बचे रोने लगे।
पारिजात अपार्टमेंट के लोगों का कहना है कि बी-1 की छोटी लिफ्ट पहले से ही खराब है। बड़ी लिफ्ट चल रही थी जो आज अटक गई। लिफ्ट का एक दरवाजा खुल जा रहा था लेकिन दूसरा नहीं खुल रहा था। ऐसे में लोगों को घबराहट होने लगी। समर विजय सिंह, एलके मेहरोत्रा समेत कई आवंटी लिफ्ट में आधे घंटे तक फंसे रहे। आवंटियों ने बताया कि बी-2 की भी लिफ्ट खराब है। बी-1 की छोटी लिफ्ट में पहले से ही खराबी है जिसका भूतल पर बाहर का गेट नहीं खुलता। लिफ्ट चलने पर अजीब सी आवाज आती है जिससे घबराहट होने लगती है। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शुरुआत से ही एक बार भी लिफ्ट की देखरेख के लिए वार्षिक रखरखाव अनुबंध कंपनी से नहीं किया। इसलिए कंपनी भी ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है। अब समस्या विकराल हो चुकी है। सुनवाई हो नहीं रही। ऊपरी तलों पर रहने वाले बिना लिफ्ट कैसे आए जाएं, यह बड़ा सवाल है। खासतौर पर महिलाओं और वृद्धजनों के लिए यह बड़ी दिक्कत है। एलडीए के अधिकारियों से कई बार कह चुके हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन मिल रहा है।
याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता भी फंसे
आज शाम छह बजे वरिष्ठ अधिवक्ता असित चतुर्वेदी सपत्नीक इस लिफ्ट में फंस गए। काफी मशक्कत के बाद जीने के रास्ते नीचे आए। यह वही अधिवक्ता हैं जो पारिजात वेलफेयर सोसाइटी के सचिव की जनहित याचिका में एलडीए के खिलाफ काउंसिल हैं।