जिनके जीवन में सत्य-धर्म, उसी के पास रहते हैं श्रीराम: राघवाचार्य
Lucknow News - लखनऊ, संवाददाता। श्रीराम उसी के पास रहते हैं, जिसके जीवन में सत्य और

लखनऊ, संवाददाता। श्रीराम उसी के पास रहते हैं, जिसके जीवन में सत्य और धर्म है। राम ही सत्य हैं और सत्यनारायण भी। प्रभु की महिमा का बखान करते हुए रविवार को यह बात मोती महल लॉन में चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि भगवान के दर्शन दुर्लभ नहीं है, वस्तुतः भगवान के दर्शन की लालसा दुर्लभ है। जब हमारी लालसा भगवान के लिए रोने लग जाती है, तब भगवान की कृपा बरस पड़ती है।
कथा व्यास स्वामी राघवाचार्य जी ने कहा कि संतों के चरणों में तीर्थ निवास करते हैं, इसीलिए संत को तीर्थंकर भी कहा जाता है। महाराज जी ने संत समाज का आह्वान किया कि वे जनसामान्य के बीच उतरें और उनका सशक्त व सम्यक मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि यदि अध्यात्म जगत के सभी लोग जनसामान्य का मार्गदर्शन करने के लिए जनता के बीच उतर पड़े, तो देशवासियों के वैचारिक, सामाजिक, पारिवारिक और व्यक्तिगत जीवन को सुन्दर व सुदृढ़ बनाया जा सकता है। कथा में अयोध्या धाम से पधारे जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी ओम प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने भी लोगों को अपने आशीर्वचनों से अभिसिंचित किया। राम कथा में पूर्व सांसद धनंजय सिंह, आदेश सिंह, अनिल उपाध्याय ने व्यास पूजन किया। इस मौके पर गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता, आचार्य आलोक दीक्षित, पंकज तिवारी, कथा संयोजक डॉ. सप्तर्षि मिश्र, आदेश यादव, सुनील मिश्रा, राघवेंद्र शुक्ला और विनय सिंह मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।