रिटायर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट पर मेहरबान सेवा विस्तार वाले निदेशक
Retired Optometrist balrampur
लखनऊ। निज संवाददाता बलरामपुर अस्पताल में खुद सेवा विस्तार पर चल रहे निदेशक एक रिटायर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट पर मेहरबान हैं। डेढ़ साल पहले रिटायर हो चुके इस ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट से वह ओपीडी में बिना शासन की अनुमति के मेडिकोलीगल जैसे अहम काम कराते रहे। अब उच्च स्तर से आपत्ति हुई तो रिटायर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट से लिखापढ़ी में डेढ़ साल बाद चार्ज वापस लेना शुरू किया। यही नहीं चार्ज लेते ही अब वह उसकी संविदा पर नियुक्ति के लिए भी लग गए हैं। बिना शासन की अनुमति के काम करवाते रहे बलरामपुर में चार ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट हैं। इनमें एक प्रभारी, एक मुख्य और एक ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट स्थायी पद पर है, जबकि एक संविदा पर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट वर्तमान में काम कर रहा है। जबकि डेढ़ साल पहले प्रभारी पद से रिटायर हुए ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट बिना शासन, डीजी या सीएमओ की अनुमति के ही काम करते आ रहे हैं। इन रिटायर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट पर खुद सेवा विस्तार पर चल रहे निदेशक इतना मेहरबान रहे कि उनसे लगातार सरकारी लिखा-पढ़ी तक का काम कराया। पैरवी लेकर सीएमओ के पास पहुंचे अफसर निदेशक के निर्देश पर मंगलवार को बलरामपुर अस्पताल के एक अफसर रिटायर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट को संविदा पर भर्ती करने की पैरवी करने सीएमओ के पास पहुंच गए। सीएमओ ने आपत्ति जताते हुए डेढ़ साल पहले रिटायर हो चुके ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट को रखने से मना करते हुए अफसर को लौटा दिया। निराश अफसर उस ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट को लेकर चले गए। अगला पड़ाव वह डीजी स्वास्थ्य के पास डालने की फिराक में हैं। बलरामपुर के निदेशक डॉ. राजीव लोचन दावा करते हैं कि सिर्फ वही ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट काबिल है। जबकि सरकारी काम की लिखापढ़ी के एवज में रिटायर ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट पर सवालिया निशान लग चुके हैं।