गांधी प्रतिमा जा रहे किसानों को रोका, शहीद स्मारक पर बैठे
- एसीएम के आश्वासन के बाद दो घंटे के बाद खत्म हुआ धरना
- सात सूत्रीय मांग को लेकर सीएम को देने जा रहे थे ज्ञापन - एसीएम के आश्वासन के बाद दो घंटे के बाद खत्म हुआ धरना लखनऊ। निज संवाददाताअपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर गांधी प्रतिमा पर धरना देने जा रहे सैकड़ो किसानों को पुलिस ने रोका। किसान शहीद स्मारक में धरने पर बैठ गए। भारतीय किसान यूनियन अवध (राजू गुप्ता गुट) के जिलाध्यक्ष ने एसीएम को ज्ञापन सौंपा। उनके आश्वासन के बाद किसानों ने प्रदर्शन समाप्त किया। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष कमलेश मौर्य के मुताबिक धान क्रय केन्द्र पर घटतौली, किसानों के लिए क्रय केन्द्रों पर असुविधाएं, दलालों से सीधे धान बड़े पैमाने पर कमीशनबाजी करके खरीदना और केन्द्र प्रभारियों द्वारा किसानों से कम पर धान खरीदने की बात करना। इसके साथ ही धान की गुणवत्ता ठीक न होने की बात कहकर उल्टा परेशान करना। लखनऊ और आस-पास जिलों में आवारा पशुओं को ब्लाक स्तर पर पकड़वाया जाए। गरीब, मजदूर किसानों के जो राशन कार्ड काटे गए हैं, उनकी प्राथमिकता पर जांच करके दोबारा बनवाएं जाएं। साधन सहकारी समितियों पर डीएपी, यूरिया, पोटास आदि उर्वरक खाद नहीं हैं, जिससे किसानों को निजी दुकानदारों से महंगे दामों में खरीदना पड़ता है। माइनरों और रजबहों की साफाई नहीं हुई है, उनकी सफाई कराई जाएं।रहमानखेड़ा स्थित राज्य कृषि प्रबंध संस्थान ने बिना मुआवजे के आधा दर्जन से अधिक गांवों की तीन हजार बीघा जमीन लेकर किसानों को बेघर कर दिया है। करीब दो सालों से रहमानखेड़ा फार्म पर मलिहाबाद तहसील व ब्लाक के अंतर्गत सहिलामऊ, दुगौली, मीठेनगर, उलरापुर, नई बस्ती धनेवा व बुधड़िया के किसान धरना दे रहे हैं। इस धरने में संतलाल पाल, शारदा पटेल, सरदार सिंह गौतम, नजफ मुस्तफा, शिवनारायण शर्मा, रविन्द्र सिंह चौहान, बबलू रावत, कुलदीप वर्मा, भगौती प्रसाद समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।