गोमती नदी में मिला नाले में गिरे बच्चे का शव
रिवर बैंक कालेनी के नाले में रविवार को गिरे बच्चे का शव दो दिन बाद मंगलवार को गोमती नदी में उतराता मिला। बच्चे का शव बहकर बैकुंठधाम के पास पहुंच गया था। पुलिस ने शव को निकालकर परिजनों से पहचान कराई।...
रिवर बैंक कालेनी के नाले में रविवार को गिरे बच्चे का शव दो दिन बाद मंगलवार को गोमती नदी में उतराता मिला। बच्चे का शव बहकर बैकुंठधाम के पास पहुंच गया था। पुलिस ने शव को निकालकर परिजनों से पहचान कराई। बच्चे का शव देखकर परिजन बिलख पड़े। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को बच्चे के मां-बाप सौंप दिया। रविवार को शाम लगभग सात बजे रिवर बैंक कालेनी के नाले में चार साल का मासूम नावेद गिर गया था। वह अपनी मां शहनाज के साथ मकान की छत पर खेल रहा था। इसी दौरान उसका पैर फिसला और नाले की दीवार से टकराते हुए व नाले में चला गया। घटना की सूचना मिलते ही वजीरगंज थाने की पुलिस व नगर निगम की टीम बच्चे को खोजने में जुट गई। नगर निगम के 50 मजदूर, एक जेसीबी व एक फसिंग मशीन लगभग 40 घंटे तक नाले में खोजबीन की। नाले में फंसा कई ट्रक मलवा बाहर निकाला गया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। सभी मायूस हो चुके थे। किसी को भी बच्चे के मिलने की उम्मीद नहीं थी। मंगलवार को नगर निगम की टीम बच्चे को खोजने में जुटी थी। इस बीच पूर्वाह्न लगभग 11 बजे निशातगंज पुल के पास राहुल नाम के व्यक्ति को गोमती नदी में एक बच्चे का शव उतराता दिखा। उसने पुलिस कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दी। जानकारी मिलने पर महानगर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक शव बहता हुआ महानगर थाना क्षेत्र से हजरतगंज थाना क्षेत्र में पहुंच चुका था। हजरतगंज पुलिस मौके पर पहुंची और बैकुंठधाम के पास शव को रोकने के लिए नावों को लगा दिया। साथ ही वायरलेस पर इसकी सूचना भी प्रसारित कर दी गई। वजीरगंज थाने ने जानकारी दी कि दो दिन पहले रिवर बैंक कालोनी के नाले में गिरे बच्चे का शव हो सकता है। वजीरगंज पुलिस बच्चे के पिता जहीर व मां शहनाज को लेकर बैकुंठधाम के पास पहुंची। बच्चे का शव देखकर परिजनों का बिलखना शुरू हो गया। शव को लेकर परिजनों के साथ पुलिस रिवर बैंक कालोनी पहुंची। बच्चे का शव देखकर कालोनी में मायूसी छा गई। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव परिजनों को सौंप दिया।