पोस्टकार्ड पर चित्र बनाकर सेना को किया नमन
- सप्रेम संस्थान की ओर से भारतीय सेना को समर्पित अखिल भारतीय पोस्टकार्ड कला प्रदर्शनी का...
- सप्रेम संस्थान की ओर से भारतीय सेना को समर्पित अखिल भारतीय पोस्टकार्ड कला प्रदर्शनी का आयोजन - पोस्टकार्ड पर कविता लेखन, चित्रों के माध्यम से दिखाई सेना की अहमियत लखनऊ। निज संवाददाता उसके ख्वाबों में न कोई बंगला था न गाड़ी..... कदम सरहद पर थे और हाथ में था तिरंगा। भारतीय सेना के पराक्रम व जवानों की वीरता को नमन करते हुए भारतीय सेना को समर्पित अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। पोस्ट कार्ड पर भारतीय सेना को सलाम शीर्षक से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सप्रेम संस्थान व हॉट आर्ट फाउंडेशन की ओर से आयोजित प्रदर्शनी भूपेंद्र अस्थाना के संयोजन से हुई। ललित कला अकादमी अलींगज में लगी प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामोद्योग के प्रधान सचिव नवनीत सहगल, जनरल ऑफिसर कामांडिंग मध्य मेजर जनरल प्रवेश पुरी समेत कई लोग मौजूद रहे। पोस्टकार्ड पर उकेरे चित्र, लिखी कविता कविता लेखन, चित्रों से सजी अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी में पोस्टकार्ड के ऊपर सेना के सोलोगन, अमर ज्योति, वीर सैनिक, दुश्मनों से मोर्चा लेते वीर सैनिकों समेत बहुत से भारतीय वीर जवानों की वीरता को दर्शाते हुए चित्रों की प्रदर्शनी लगी। इस मौके पर संस्था के विशेष गीत नमन है नमन है नमन है,साहस को उनके नमन है का मुख्य अतिथियों ने विमोचन किया है। जिसको गायक धर्मेंद्र अस्थाना ने अपनी आवाज दी। पोस्ट कार्ड पर कलाकारों ने अपने भावों को शब्दों, चित्रों के माध्यम से उकेरा। आज के दौर में जब इंटरनेट और फोन की सुविधा है लेकिन एक दौर था जब पोस्टकार्ड ही अपनों के बीच संवाद का एक ही माध्यम था। मोबाइल युग में खो चुके पोस्टकार्ड युग को नए कलेवर में नए पीढ़ी को बताना है। तीन सौ कलाकारों ने बनाए चित्र इस प्रदर्शनी में करीब 450 पोस्टकार्ड पर सृजन के चितन और अभिव्यक्ति की अदभूतता को 300 कलाकारों ने उकेरा है। देश भर से करीब तीन सौ कलाकारों ने अपनी कलात्मकता और रचनात्मकता के माध्यम से वीर जवानों को नमन किया। प्रदर्शनी में स्कूली बच्चों ने भी अपनी कला को प्रदर्शित कर उनको नमन किया। अगले मंगलवार तक कला प्रदर्शनी अवलोकन के लिए खुली रहेगी।