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यूपी की सांस्कृतिक नीति का दायरा और विस्तृत करने के सुझाव दिये सीएम ने

विशेष संवाददाता,राज्य मुख्यालय। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नीति का दायरा और विस्तृत किये जाने के लिए कई सुझाव संस्कृति विभाग के अफसरों को दिये हैं। मंगलवार को यहां...

यूपी की सांस्कृतिक नीति का दायरा और विस्तृत करने के सुझाव दिये सीएम ने
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊTue, 22 Oct 2019 09:15 PM
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विशेष संवाददाता-राज्य मुख्यालयमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नीति का दायरा और विस्तृत किए जाने के लिए कई सुझाव संस्कृति विभाग के अफसरों को दिए हैं। मंगलवार को प्रदेश की प्रस्तावित सांस्कृतिक नीति के बारे में तैयार प्रस्तुतीकरण को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि संस्कृति मूर्त और अमूर्त दोनों स्वरूपों में होती है। जहां तक उ.प्र. का प्रश्न है तो इस प्रदेश का पौराणिक, मध्यकालीन और आधुनिक युग में बहुत समृद्ध इतिहास रहा है। बहुत ही श्रेष्ठ परम्पराएं रही हैं। इस नाते प्रदेश की नई प्रस्तावित सांस्कृतिक नीति में इन सारी बातों का समावेश होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग के अधिकारियों से कहा कि राज्य की सांस्कृतिक नीति बनाने में इतिहासकारों, संस्कृतिकर्मियों और अन्य विद्वानों का समुचित सहयोग भी लिया जाना चाहिए।संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदेश की प्रस्तावित सांस्कृतिक नीति का यह शुरुआती प्रारूप था। अब मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सुझावों का समावेश करते हुए इसके मूल प्रस्ताव को और ज्यादा विस्तृत दायरे में लाया जाएगा। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस प्रस्तावित सांस्कृतिक नीति में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल को अपनाया जाएगा। प्रमुख सचिव संस्कृति ने कहा कि नोएडा में निजी क्षेत्र द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय बनाए जाने के प्रस्ताव को राज्य की नयी सांस्कृतिक नीति बन जाने के बाद स्वीकृति मिल सकती है।

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