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क्राइम: सुरेन्द्र कालिया ने कुबूला कि उसने ही खुद पर फायरिंग करायी थी

पहले पुलिस को उलझाया पर फुटेज दिखाने पर रंग उड़ा एफआईआर और फुटेज में...

क्राइम: सुरेन्द्र कालिया ने कुबूला कि उसने ही खुद पर फायरिंग करायी थी
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 02 Jun 2021 03:01 AM
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पहले पुलिस को उलझाया पर फुटेज दिखाने पर रंग उड़ा

एफआईआर और फुटेज में विरोधाभास दिखा था

पुलिस अफसरों ने 50 से ज्यादा सवाल किये

रिमाण्ड का पहला दिन

लखनऊ। प्रमुख संवाददाता

हरदोई के हिस्ट्रीशीटर सुरेन्द्र कालिया ने मंगलवार को रिमाण्ड पर पहले दिन पुलिस को खूब उलझाया। वह पहले रट लगाये रहा कि उस पर हमला हुआ था। पर, जब उसके द्वारा लिखायी गई एफआईआर और वीडियो फुटेज दिखाकर पुलिस ने सवाल करना शुरू किया तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया। पुलिस का दावा है कि सुरेन्द्र ने अपने ऊपर खुद ही हमला कराने की बात कुबूल कर ली है। उसके साथियों का बयान भी उसे दिखाया गया। हालांकि उसने कई सवालों पर संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इन सवालों का जवाब पुलिस बुधवार को तलाशेगी।

13 जुलाई को सुरेन्द्र ने आलमबाग कोतवाली में एफआईआर लिखायी थी कि उस पर धंनजय सिंह ने फायरिंग करवायी जिसमें वह बाल-बाल बच गया। इसमें उसका निजी गनर रूप कुमार घायल हो गया था। सीसी फुटेज से यह घटना संदिग्ध दिखी थी और उसके गिरफ्तार चार साथियों ने सच कुबूल कर दिया था। इसके बाद ही सुरेन्द्र फरार हो गया था और फिर नाटकीय तरीके से वह कोलकाता में अवैध पिस्टल के साथ पकड़ गया था। इसके बाद ही पुलिस उसे वारन्ट बी के तहत कोलकाता से लखनऊ जेल लाने में लगी थी। 24 मई को उसे लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया था। उसकी रिमाण्ड एक जून से तीन जून की सुबह तक स्वीकृत हुई।

चार अफसरों ने अलग-अलग सवाल पूछे

सुरेन्द्र कालिया को दोपहर 12 बजे जिला जेल से कोतवाली लाया गया। यहां पर उससे डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा, एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसीपी विक्रम सिंह व इंस्पेक्टर ने अलग-अलग पूछताछ की। एडीसीपी चिरंजीव ने पहले उसके हर जवाब को सही माना। फिर वीडियो फुटेज दिखाकर कई सवाल पूछे। मसलन अगर यहां पर खड़े थे तो गोली उधर से चली और रूप को कैसे लग गई। अस्पताल से बाहर निकलते समय कदम रुके, तब फायरिंग क्यों नहीं हुई जबकि तब निशाना आसानी से बन जाते। गाड़ी पर जिस जगह पर गोली लगी हैं, वहां सीधे फायरिंग से गोली नहीं लग सकती है। एफआईआर में जो लिखाया, वह फुटेज देखने से ही झूठ लग रहा है। इन सवालों में सुरेन्द्र फंसता चला गया। इसी तरह अन्य अफसरों के सवालों में भी वह फंसता चला गया।

आज इन सवालों का सच जानेंगे अफसर

सुरेन्द्र से जब यह पूछा गया कि वह किसकी शह पर कोलकाता गया। उसने किसके कहने पर पूर्व सांसद धंनजय सिंह के खिलाफ एफआईआर लिखायी। ऐसे सवालों पर सुरेन्द्र गोलमोल जवाब देता रहा। पुलिस अफसरों ने बताया कि बुधवार को सुरेन्द्र से उसकी फरारी और फिर कोलकाता में गिरफ्तारी से जुड़े सवाल पूछे जायेंगे। पुलिस सूत्रों का ही कहना है कि मुख्तार गिरोह की मदद से ही सुरेन्द्र कोलकाता भागा था। फिर उसकी शह पर ही कोलकाता में उसकी नाटकीय तरीके से गिरफ्तारी हुई।

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