ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश लखनऊआर संस के खिलाफ धोखाधड़ी के दो और मुकदमे दर्ज

आर संस के खिलाफ धोखाधड़ी के दो और मुकदमे दर्ज

- रजिस्ट्री के नाम पर आठ साल तक टालमटोल करते रहे आरोपी

आर संस के खिलाफ धोखाधड़ी के दो और मुकदमे दर्ज
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 01 May 2019 08:15 PM
ऐप पर पढ़ें

- सीबीसीआईडी में कार्यरत दो कर्मियों ने बुक कराये थे तीन प्लॉट - रजिस्ट्री के नाम पर आठ साल तक टालमटोल करते रहे आरोपी लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता आर संस इन्फ्रालैंड डेवलपर्स ने सीबीसीआईडी में कार्यरत दो कर्मियों को प्लॉट दिलाने के नाम पर 7.71 लाख रुपये ठग लिए। पूरा भुगतान हड़पने के बाद भी कंपनी अधिकारियों ने प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की और आठ साल तक टालमटोल करते रहे। ठगी का अहसास होने पर दोनों ने कंपनी के एमडी आशीष श्रीवास्तव समेत छह लोगों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर राम सूरत सोनकर ने बताया कि विकल्पखण्ड-2 स्थित सीबीसीआईडी कालोनी में हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार व ओपी शिवलाल परिवार के साथ रहते हैं। दिनेश कुमार व शिवलाल ने वर्ष 2010 में आर संस इन्फ्रालैंड डेवलपर्स का विज्ञापन देखा था। यह देख वह लोग फैजाबाद रोड पर संजय गांधी पुरम स्थित केशव प्लाजा में कंपनी के ऑफिस पहुंचे। वहां उनकी मुलाकात एमडी आशीष श्रीवास्तव से हुई जिसने उन्हें नई जेल के पीछे स्थित प्रखर सिटी योजना में सस्ते दाम व किश्तों पर प्लॉट देने का आश्वासन दिया। इस पर 6 जनवरी 2010 को दिनेश ने दो प्लॉट व शिवलाल ने 12 अप्रैल 2013 को एक प्लॉट बुक किया और किश्ते चुकाते रहे। दिनेश ने दो प्लॉट के 5.13 लाख व शिवलाल ने एक प्लॉट का 2.58 लाख रुपये का भुगतान किया। इसके बाद पीड़ितों ने रजिस्ट्री की बात कही तो प्लॉट को विकसित करके कब्जा देने का झांसा दिया गया। धीरे-धीरे काफी वक्त गुजर गया लेकिन दोनों को प्लॉट नहीं मिला। परेशान होकर वह लोग कंपनी के ऑफिस पहुंचे तो वहां ताला लटका था। पीड़ित शिवलाल व दिनेश कुमार ने मैनेजिंग डॉयरेक्टर आशीष श्रीवास्तव, अंकुर श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, शिखा श्रीवास्तव तबस्सुम व तरन्नुम के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने सभी के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें