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कोरोना संदिग्ध मरीजों की निगरानी कंट्रोल रूम से

कोरोना की शंक में घरों में कोरेंटाइन मरीजों की निगरानी सीएमओ कंट्रोल रूम से भी होगी। प्रभावित 1000 लोगों को कंट्रोल रूम से फोन रोजाना फोन कर उनकी सेहत का हाल लिया जाएगा। जरूरत व लक्षणों के आधार पर...

कोरोना संदिग्ध मरीजों की निगरानी कंट्रोल रूम से
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊWed, 25 Mar 2020 08:00 PM
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कोरोना की शंक में घरों में कोरेंटाइन मरीजों की निगरानी सीएमओ कंट्रोल रूम से भी होगी। प्रभावित 1000 लोगों को कंट्रोल रूम से फोन रोजाना फोन कर उनकी सेहत का हाल लिया जाएगा। जरूरत व लक्षणों के आधार पर स्वास्थ्य विभाग टीम घरों में जाकर मदद करेगी। इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।

राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में विदेशों की यात्रा कर लोग घर लौटे हैं। कई लोगों मरीजों के संपर्क में हैं। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए इन सभी को 14 दिन घर में एकांत में रहने की सलाह दी गई है। संक्रमण पर काबू पाने और लोगों को जागरुक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन सभी को फोन कर सेहत संबंधी जानकारी जुटाई जा रही है।

लक्षणों के बारे में हासिल कर रहे जानकारी

सीएमओ प्रवक्ता डॉ. योगेश रघुवंशी के मुताबिक लोगों की संख्या अधिक है। संसाधन सीमित हैं। पर, लोगों की सेहत की निगरानी जरूरी है। सभी लोगों को कंट्रोल रूम से रोज फोन कर जरुरी जानकारी दी जा रही है। लोगों से लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही हैं। कोरेंटाइन के दौरान यदि कोई सर्दी-जुकाम और बुखार की शिकायत बताता है तो टीम के सदस्य घर जानकारी मरीज को देखते हैं। उसकी शंका का समाधान करते हैं। जरूरत के हिसाब से घरों से कोरोना की जांच के लिए नमूने भी एकत्र किए जा रहे हैं।

गायब लोग बने सिरदर्द

विदेशों से लौटे करीब 50 से ज्यादा यात्रियों का पता नहीं चल रहा है। ये लोग स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बंद गए हैं। इनके फोन नम्बर पर संपर्क किया जा रहा है लेकिन बात नहीं हो पा रही है। डॉ. योगेश के मुताबिक इन लोगों की सूची जिला प्रशासन को सौंपी जा चुकी है। जैसे-जैसे पता चल रहा है उन्हें जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है।

ग्राम प्रधानों से लेंगे मदद

विदेश या फिर संक्रमित राज्य जैसे महाराष्ट्र आदि से लौटे यात्रियों की भी खोजबीन की जा रही है। इसके लिए प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव से मदद ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ऐसे प्रधानों से मदद की तैयारी शुरू कर दी है। लखनऊ के आठ ब्लॉक में 570 ग्राम पंचायतें हैं।

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