आला अफसरों की अनुमति के बगैर लाखों कुन्तल चीनी सस्ती दरों पर बेच दी, दो निलम्बित
विशेष संवाददाता,राज्य मुख्यालय। उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ में आला अफसरों की अनुमति लिये बगैर सस्ती दरों पर चीनी बेचने के एक मामले का खुलासा हुआ है। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की...
विशेष संवाददाता-राज्य मुख्यालय
उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ में आला अफसरों की अनुमति लिए बगैर सस्ती दरों पर चीनी बेचने के मामले का खुलासा हुआ है। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जानकारी में आया, उनकी नाराजगी पर संघ प्रशासन हरकत में आया और इस सौदे के जिम्मेदार दो अधिकारी निलंबित कर दिए गए हैं। निलंबित अधिकारियों में महाप्रबंधक बिक्री मुश्ताक अली और उप प्रबंधक सर्वोदय वाजपेयी शामिल हैं। संघ के प्रबंध निदेशक विमल कुमार दुबे ने इसकी पुष्टि की है।
पिछले सप्ताह बाजार में जब चीनी के दाम कम थे उस वक्त उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ के अफसरों ने बाजार में अपनी चीनी के स्टाक का सौदा किया। यह सौदा करीब 11 लाख कुन्तल चीनी का हुआ, जिसमें पिछले पेराई सत्र और मौजूदा पेराई सत्र दोनों का स्टाक शामिल था।
मगर यह सौदा फाइनल करने से पहले इन दोनों अफसरों ने संघ के प्रबंध निदेशक और ऊपर के अफसरों से न कोई अनुमति ली और न ही उन्हें विश्वास में लिया। 11 लाख कुन्तल इस चीनी का जब सौदा हो गया और इसमें करीब नौ लाख कुन्तल चीनी जब आढ़तियों ने उठा ली, उसके अगले ही दिन बाजार में चीनी के दाम बढ़ गए। इससे सहकारी चीनी मिल्स संघ को करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ।
संघ के प्रबंध निदेशक विमल कुमार दुबे ने बताया कि 11 लाख कुन्तल में से आठ से नौ लाख कुन्तल चीनी तो सस्ती दरों पर आढ़तियों ने उठा ही ली। जब जानकारी मिली तो फिर सौदा रद्द हुआ मगर जो नुकसान होना था वह तो हो ही गया। उन्होंने यह भी कहा कि इन अफसरों ने इस सौदे की न तो उन्हें जानकारी दी और न ही उनसे अनुमति ही ली। सूत्रों के अनुसार सहकारी चीनी मिल्स संघ के इस सौदे की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंची और उन्होंने सख्त नाराजगी जताई।
मुख्यमंत्री की नाराजगी की खबर मिलते ही संघ के अफसरों के हाथ पांव फूल गए, तत्काल संघ के महाप्रबंधक बिक्री मुश्ताक अली और उप प्रबंधक सर्वोदय वाजपेयी को तलब किया गया और उनके स्पष्टीकरण से संतुष्ट न होने पर इन दोनों को निलम्बित कर दिया गया।