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मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में प्रमुख सचिव को क्लीन चिट दी

- राज्यपाल राम नाईक के पत्र का संज्ञान लेकर योगी ने दिए थे तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के...

मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में प्रमुख सचिव को क्लीन चिट दी
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 08 Jun 2018 10:06 PM
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- राज्यपाल राम नाईक के पत्र का संज्ञान लेकर योगी ने दिए थे तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के निर्देश विशेष संवाददाता राज्य मुख्यालय। मुख्य सचिव राजीव कुमार ने अपनी रिपोर्ट में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल पर लगे आरोप को गलत ठहराते हुए अपनी रिपोर्ट में श्री गोयल को क्लीन चिट दे दी है। यह जानकारी राज्य सरकार के प्रवक्ता ने शुक्रवार की देर शाम दी। प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल राम नाईक ने एक शिकायती पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा था जिसमें उन्होंने हरदोई के व्यापारी अभिषेक गुप्ता द्वारा प्रमुख सचिव पर 25 लाख रुपये की घूस मांगे जाने का आरोप लगाए जाने की जांच कराने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने इस पत्र का संज्ञान लेकर मुख्य सचिव से इस मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि अभिषेक गुप्ता के जमीन के परिवर्तन का मामला निरस्त होना परीक्षण में सही पाया गया। यानी प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री का फैसला अपनी जगह सही है। मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले हरदोई के आला और संबंधित अधिकारियों के साथ एनेक्सी में बैठक की। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट में तकनीकी पहलुओं की जानकारी भी दी है। जिसमें कहा गया है कि लखनऊ-हरदोई मार्ग पर जनपद हरदोई के ग्राम रैसो की भूमि गाटा संख्या 184 के भूमिधर अभिषेक गुप्ता हैं। अपनी भूमि का विनिमय ग्राम समाज के रास्ते की भूमि गाटा संख्या 187 से करने के लिए अभिषेक गुप्ता ने प्रार्थना पत्र दिया था। रास्ते की भूमि सार्वजनिक उपयोगिता की भूमि होती है। राजस्व संहिता की धारा-77(2) के अनुसार लोक उपयोगिता की जमीन की श्रेणी अपवाद स्वरूप मामलों में परवर्तित किए जाने का प्राविधान है। इसके लिए लोक उपयोगिता की भूमि की श्रेणी परिवर्तन के कारणों का उल्लेख किया जाना भी आवश्यक है। कानूनी और तकनीकी दोनों ही परीक्षण में अभिषेक गुप्ता की जमीन परवर्तित योग्य नहीं पाई गई। इसलिए प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री ने उनके प्रार्थना पत्र को निरस्त कर दिया। प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री का फैसला सही है और अभिषेक गुप्ता के घूस मांगने के आरोप गलत पाए गए। उसने यह शिकायत केवल दवाब बनाने के लिए की थी। - मैं ने अपना काम कर दिया-राज्यपाल राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में आयोजित रोजा इफ्तार में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मामले में पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने संक्षिप्त जवाब दिया कि मैं ने अपना काम कर दिया। आगे-आगे देखिए क्या होता है।

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