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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, 25 नवंबर तक सारी चीनी मिलें चालू कर दी जाएं  

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि राज्य सरकार चीनी उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए हर सम्भव मदद उपलब्ध कराएगी। किसी भी स्तर पर किसानों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों...

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, 25 नवंबर तक सारी चीनी मिलें चालू कर दी जाएं  
राज्य मुख्यालय। विशेष संवाददाता। ,लखनऊ। Tue, 20 Nov 2018 09:34 PM
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि राज्य सरकार चीनी उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए हर सम्भव मदद उपलब्ध कराएगी। किसी भी स्तर पर किसानों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निजी चीनी मिलों के स्तर पर बकाए गन्ना मूल्य भुगतान के सम्बन्ध में संवाद करते हुए तेजी लाए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  सोमवार देर रात अपने सरकारी आवास पर चीनी मिलों के संचालन तथा गन्ना खरीद व भुगतान के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 121 चीनी मिलों का संचालन किया जाना है। इनमें से 85 चीनी मिलें संचालित हो चुकी हैं तथा शेष चीनी मिलें 25 नवम्बर, 2018 तक संचालित कर दी जाएं। उन्होंने कहा कि दो नई चीनी मिलें पिपराइच व मुण्डेरवा फरवरी, 2019 में गन्ना पेराई कार्य शुरू करेंगी। उन्होंने पिपराइच चीनी मिल के कार्य की प्रगति पर सन्तोष जताते हुए कहा कि समयबद्ध ढंग से चीनी मिलों का संचालन सुनिश्चित किया जाए। इस सम्बन्ध में आ रही दिक्कतों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान हर हाल में किया जाए। उन्होंने कहा कि गन्ना पर्ची वितरण में किसी प्रकार की धांधली व शिकायत नहीं प्राप्त होनी चाहिए। इस वर्ष से गन्ना पर्ची वितरण की नई व्यवस्था लागू की गई है। किसानों को पारदर्शिता के आधार पर पर्ची दिलाई जाए और उनका शोषण न होने पाए। उन्होंने कहा कि गन्ना क्रय केन्द्रों तथा चीनी मिलों पर घटतौली रोकने को हर संभव कदम उठायें। उन्होंने कहा कि गन्ना क्रय केन्द्रों के निरीक्षण में यह भी देखा जाए कि किसानों को क्रय केन्द्रों तथा मिलों तक गन्ना पहुंचाने में कोई परेशानी न हो। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र 2017-18 के कुल देय गन्ना मूल्य 35,463 करोड़ रुपए के मुकाबले  28,633 करोड़ रुपए का गन्ना मूल्य भुगतान किया जा चुका है। बाकी  6,830 करोड़ रुपए का भुगतान शीघ्रता से कराया जाए। 
मुख्यमंत्री  ने कहा कि बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान के लिए  राज्य सरकार द्वारा सरल ब्याज पर 4000 करोड़ रुपए के कर्ज की व्यवस्था की गई है, जिसके तहत चीनी मिलों द्वारा आवेदन बैंकों में प्रस्तुत कर दिए गए है। शासन द्वारा प्रथम किश्त में 1000 करोड़ रुपए जारी  गया है।
प्रमुख सचिव चीनी मिलें एवं गन्ना आयुक्त श्री संजय भूसरेड्डी ने मुख्यमंत्री  को अवगत कराया कि स्टेट लीड बैंक से प्राप्त सूचना के अनुसार चीनी मिलों के 3,873 करोड़ रुपए के 64 प्रार्थना पत्र बैंकों को प्राप्त हो चुके हैं। बैंकों द्वारा मूल्यांकन उपरान्त स्वीकृति पत्र निर्गत कर धनराशि की मांग करते ही धनराशि सम्बन्धित बैंकों को जारी कर दी जाएगी। अब तक 994.61 करोड़ रुपए के ऋण प्रार्थना-पत्र स्वीकृत किए जा चुके हैं। 
समीक्षा के दौरान गन्ना विकास एवं चीनी मिलें राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  सुरेश राणा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री  एस0पी0 गोयल खास तौर पर मौजूद थे। 

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