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रिटायर न्यायाधीश के फैजाबाद व लखनऊ आवास पर सीबीआई का छापा

सीबीआई टीम के सदस्यों ने तमाम दस्तावेजों को खंगाला सुबह 8.30 से दोपहर 12.15 बजे तक करीब चार घण्टे चला सर्च आपरेशन लखनऊ / फैजाबाद सीबीआई टीम ने गुरुवार को उड़ीसा हाईकोर्ट के रिटायर न्यायाधीश आईएम...

रिटायर न्यायाधीश के फैजाबाद व लखनऊ आवास पर सीबीआई का छापा
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊThu, 21 Sep 2017 06:46 PM
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सीबीआई टीम के सदस्यों ने तमाम दस्तावेजों को खंगाला सुबह 8.30 से दोपहर 12.15 बजे तक करीब चार घण्टे चला सर्च आपरेशन लखनऊ / फैजाबाद सीबीआई टीम ने गुरुवार को उड़ीसा हाईकोर्ट के रिटायर न्यायाधीश आईएम कुद्दूसी के लखनऊ व फैजाबाद स्थित आवास पर छापा मारकर छानबीन की। इस दौरान सीबीआई टीम के सदस्यों ने तमाम दस्तावेजों को खंगाला। सीबीआई के एक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने गुरुवार को भी रिटायर न्यायाधीश के लारेंस टेरेस स्थित आवास पर छापेमारी कर तलाशी ली। इस दौरान सीबीआई ने कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। सीबीआई ने बुधवार को भी लारेंस टेरेस में छापा मारा था। उधर, सीबीआई के इंस्पेक्टर आरपी गर्ग के नेतृत्व में लखनऊ से पांच सदस्यीय टीम सर्च वारंट के साथ गुरुवार को सुबह 8.30 बजे के करीब रिटायर्ड जस्टिस के कैंट थाना क्षेत्र में सिविल लाइंस के गद्दोपुर मार्ग स्थित हौसिला नगर कॉलोनी के आवास पर पहुंची। सीबीआई टीम ने सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक रिटायर जस्टिस के आवास पर तमाम दस्तावेजों को खंगाला। सीबीआई टीम के साथ कैंट थाने की पुलिस भी मौजूद रही। सीबीआई टीम ने आवास पर छापेमारी शुरू करते ही रिटायर्ड जस्टिस के भाई नुसरत कुद्दूसी के मोबाइल फोन को अपने नियंत्रण में ले लिया। करीब चार घंटे तक जांच व तलाशी अभियान जारी रहा। पड़ताल पूरी करने के बाद रिटायर्ड जस्टिस के आवास से बाहर निकले सीबीआई टीम के इंस्पेक्टर आरपी गर्ग ने छापेमारी के बारे में पूछे जाने पर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। श्री गर्ग ने सिर्फ इतना कहा कि रिटायर्ड जस्टिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। उन पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप हैं। इसी कड़ी में सर्च वारंट के साथ छापेमारी की गई। दूसरी तरफ रिटायर्ड जस्टिस आईएम कुद्दूसी के भाई नुसरत कुद्दूसी ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह बाबरी विध्वंस के मामले में गवाह हैं। इसलिए केंद्र सरकार सीबीआई रेड के माध्यम से भाजपा के कुछ बड़े नेताओं को बचाने के लिए दबाव बना रही है। उन्होंने बाबरी विध्वंस में शामिल रहे भाजपा के कुछ बड़े नेताओं से अपनी जान को खतरा भी बताया।

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