बसपा एससी-ओबीसी गठजोड़ को धार देगी
शैलेंद्र श्रीवास्तव- राज्य मुख्यालय
शैलेंद्र श्रीवास्तव- राज्य मुख्यालय
बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव यानी मिशन 2019 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके पहले वह अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के गठजोड़ को धार देने में जुट गई है। इन दोनों जातियों की उप जातियों को जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। खासकर इन्हें विधानसभा प्रभारी की जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। इसके लिए जोनल प्रभारियों से नाम मांग लिए गए हैं।
वोटबैंक बढ़ाने की रणनीति
बसपा ने लोकसभा चुनाव से पहले वोटबैंक बढ़ाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए पहले चरण में विधानसभा प्रभारी बनाए जा रहे हैं। विधानसभा प्रभारी सीटों के आधार पर बनाए जा रहे हैं। मसलन विधानसभा सीट जिस वर्ग की है उस जाति का प्रभारी बनाया जा रहा है या उनकी उप जातियों को प्रभारी की जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। इसका मुख्य मकसद एससी-ओबीसी गठजोड़ को धार देना है।
मजबूत चुनावी तैयारी
सूत्रों का कहना है कि बसपा लोकसभा चुनाव से पहले एससी-ओबीसी की उप जातियों का नया गठजोड़ बनाकर मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी गई है। बसपा लोकसभा चुनाव से पहले एससी-ओबीसी का नया गठजोड़ बनाना चाहती है। जानकार मानते हैं कि एससी-ओबीसी गठजोड़ ने जिसका साथ दिया, चुनाव समीकरण उसके साथ रहते हैं। लोकसभा चुनाव 2014 हो या विधानसभा चुनाव 2017 भाजपा इनके सहारे ही सत्ता के शिखर पर पहुंचने में सफल रही है।
प्रभारियों से मांगे गए नाम
बसपा ने विधानसभा प्रभारी बनाने के लिए जोनल प्रभारियों से नाम मांग लिए हैं। सूत्रों का कहना है कि जोनल प्रभारियों से मिले नामों को बसपा प्रमुख मायावती अंतिम रूप दे रही हैं। बसपा विधानसभा प्रभारियों की तैनाती जल्द पूरी कर ली जाएगी, जिससे समय से लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी जाएं। बसपा इस बार लोकसभा चुनाव की तैयारियों में कोई कमी नहीं रहने देना चाहती है। पिछले चुनावों की गलतियों को सुधारने का काम किया जा रहा है।