सहकारिता पर काबिज होने का कुचक्र रच रही है भाजपा: सपा
राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ के निदेशक तथा सपा के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर सिंह और अरविंद कुमार सिंह एमएलसी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार अधिकारियों के बल पर सहकारिता पर काबिज होने का...
राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ के निदेशक और सपा के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर सिंह और अरविंद कुमार सिंह एमएलसी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार अधिकारियों के बल पर सहकारिता पर काबिज होने का कुचक्र रच रही है। सहकारिता चुनाव को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी।
चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि उनके द्वारा दायर याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश पर सहकारी चीनी मिल संघ लखनऊ का चुनाव 24 सालों बाद हो रहा है। छह जनवरी को अनंतिम सूची का प्रकाशन हुआ। बगैर किसी कारण के अंतिम मतदाता सूची से सपा के समर्थकों की चीनी मिलों में से अनूपशहर (बुलंदशहर), बदायूं, ननौता सरसावा (सहारनपुर), पुवायां (शाहजहांपुर), कायमगंज (फर्रूखाबाद), सठियांव (आजमगढ़) और बागपत चीनी मिलों के सपा समर्थकों का नाम अंतिम सूची से हटा दिया गया जबकि सहकारी नियमावली के विरुद्ध शासन द्वारा नामित औराई चीनी मिल के प्रतिनिधियों का नाम जोड़कर नामांकन के दिन 11 जनवरी को सूची चस्पा की गई।
आरोप लगाया है कि हार के डर से आजमगढ़ सामान्य क्षेत्र से उन्हें, आजमगढ़ अनुसूचित क्षेत्र से भगवान ऊर्फ बंधू गोंड, मेरठ क्षेत्र से देवेंद्र सिंह, मुरादाबाद क्षेत्र से बहावत हुसैन, बरेली से तेजपाल गंगवार, लखनऊ से शैलेंद्र सिंह का नाम संचालक पद के प्रत्याशी से नामांकन की अंतिम सूची से हटा दिया गया।
इसके बाद भाजपा समर्थित लोगों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि इस पूरे की जांच कराने के लिए मुख्य निर्वाच आयुक्त सहकारिता को पत्र दिया गया है। इसे हाईकोर्ट में भी चुनौती दी जाएगी। हाईकोर्ट की निगरानी में यह चुनाव होगी तो भाजपा एक सीट भी नहीं जीत पाएगी।