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बिरजू महाराज: अल्पिका

गुरु के सानिध्य में शिष्यों की महफिल

बिरजू महाराज: अल्पिका
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 30 Nov 2018 08:53 PM
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गुरु के सानिध्य में शिष्यों की महफिल

-पं. बिरजू महाराज की कथक कार्यशाला का हुआ रंगारंग समापन

लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता

लखनऊ घराने के कथकाचार्य पं. बिरजू महाराज की पांच दिवसीय कथक कार्यशाला 'आंगिकम्-2018' का शुक्रवार को इसी कार्यशाला के शिष्यों द्वारा सजाई गई खूबसूरत 'महफिल' के साथ समापन हुआ। आधे घंटे के इस छोटे से कार्यक्रम में शिष्यों की जीतोड़ मेहनत दिखाई दी, जिसे बिरजू महाराज ने खूब सराहा।

अल्पिका लखनऊ, कलाश्रम दिल्ली और उप्र संगीत नाटक अकादमी की इस संयुक्त कार्यशाला में पं. बिरजू महाराज और उनकी शिष्या शाश्वती सेन छात्राओं को कथक का प्रशिक्षण दे रहे थे। इस पांच दिन के प्रवास में वह बिन्दादीन की ड्योढ़ी पर मत्था टेकने भी गए थे। बता दें कि कार्यशाला में स्थानीय नवांकुरों के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों और मध्यप्रदेश, दिल्ली, गुजरात व महाराष्ट्र के प्रतिभागी भी शामिल थे। शुक्रवार को प्रस्तुतियों की शुरुआत गोपाल वंदना से हुई जिसमें लगभग 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसके बाद प्रतिभागी मंच पर तराना लेकर उतरे। वहीं सीनियर वर्ग के 15 से अधिक प्रतिभागियों जेनेट पाटिल, मीशा रतन, ईशा, रुचि केसरवानी, निहारिका, शिवम मिश्रा, रोशनी परिहार, प्रीति, अमत्र्या आदि ने शिवस्तुति पर सुंदर भाव प्रस्तुत किए। इसी क्रम में कथक केन्द्र की शिष्याओं ने भी सुंदर प्रस्तुतियां दीं। इन कलाकारों के साथ पढ़न्त शाश्वती सेन ने की। वहीं जबकि रचनाएं कमलाकांत ने गाईं। तबले पर राजीव शुक्ला ने संगत की।

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