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बाराबंकी : जच्चा-बच्चा की मौत,परिजनों का हंगामा

दलाल के झांसे में पड़कर निजी अस्पताल में प्रसव के लिए लाई गई प्रसूता व नवजात की मौत हो गई। पहले मृत नवजात ने जन्म लिया और कुछ देर बाद प्रसूता ने दम तोड़ दिया। डाक्टरों को जब अपनी लापरवाही का अहसास हुआ...

बाराबंकी : जच्चा-बच्चा की मौत,परिजनों का हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊFri, 27 Apr 2018 10:29 PM
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दी तहरीर

सीएचसी देवा से महिला दलाल के झांसे में पड़कर प्रसूता शहर स्थित निजी अस्पताल पहुंची थी

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की

बाराबंकी। हिन्दुस्तान संवाद

दलाल के झांसे में पड़कर निजी अस्पताल में प्रसव के लिए लाई गई प्रसूता व नवजात की मौत हो गई। पहले मृत नवजात ने जन्म लिया और कुछ देर बाद प्रसूता ने दम तोड़ दिया। डाक्टरों को जब अपनी लापरवाही का अहसास हुआ तो वे अस्पताल छोड़कर भाग गए। रोते बिलखते परिजनों को देख मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। पति ने डाक्टरों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। यह दर्दनाक घटना शहर कोतवाली क्षेत्र की है।

सीएचसी पर बताया गया था आपरेशन

जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम खंदौली मजरे पारा खंदौली निवासी प्रवेश कुमार की पत्नी समता देवी (28) को गुरुवार को प्रसव पीड़ा के बाद पति व अन्य परिजन सीएचसी देवा लेकर गए थे। वहां पर जांच के बाद डाक्टरों ने बताया कि प्रसव आपरेशन के जरिए ही होगा। इस पर परिजन जिला अस्पताल ले जाने की तैयारी में ही थे कि अचानक एक महिला उनके पास पहुंची और उसने सलाह दी कि अगर बाराबंकी में दशहराबाग के पास सतोखर तालाब के निकट जनसेवा अस्पताल प्रसूता को ले जाया जाय तो बिना आपरेशन के प्रसव हो सकता है। परिजन उक्त महिला दलाल के झांसे में आ गए और आनन-फानन बाराबंकी पहुंचकर प्रसूता को जनसेवा अस्पताल ले गए।

पहले नवजात ने फिर प्रसूता ने तोड़ा दम

पति के अनुसार यहां पहुंचने के बाद डा. सुनीता पटेल व डा. विजय नरायण पटेल ने जांच की और कहा कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। शाम 6 से 7 बजे के बीच प्रसव कराया जाएगा। परिजनों ने बताया कि प्रसव के बदले में 40 हजार रुपए जमा कराए गए। इसके बाद शाम करीब 6 बजे प्रसव हुआ तो मृत बच्ची ने जन्म लिया। पति के अनुसार डाक्टरों ने उससे कहा कि बच्ची का अंतिम संस्कार कर आओ तो हम लोग शव लेकर गांव चले गए मगर 2 घंटे बाद फिर अस्पताल लौटे तो देखा कि समता की हालत काफी बिगड़ गई है। पति ने बताया कि पूछने पर डाक्टरों ने किसी अन्य अस्पताल में ले जाने की बात कही। इस पर जब परिजनों ने उनसे मिन्नतें शुरू कीं तो कोई बात नहीं सुनी। ऐसी हालत में कुछ ही देर में प्रसूता ने भी दम तोड़ दिया। प्रसूता की भी मौत होने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद डाक्टर व स्टाफ अस्पताल छोड़ कर भाग खड़ा हुआ। शहर कोतवाली पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।

इस मामले सीएमओ डा. रमेश चन्द्रा ने कहा कि जच्चा बच्चा की मौत का मामला वास्तव में काफी गंभीर है। जिस अस्पताल में मौत हुई उसका पंजीकरण है। डिप्टी सीएमओ को मौके पर भेजा गया था। छानबीन चल रही है। वहीं सदर कोतवाल राजकुमार पाण्डेय ने बताया कि परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद आगे की जांच शुरू होगी।

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