बाइक लेने पर अड़े दूल्हे के सामने दूसरे युवक ने दुल्हन से किया निकाह
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के हरदी क्षेत्र के मिसरनपुरवा गांव में एक युवक ने दहेज के लिए निकाह से के मना कर दिया और बारात वापस लेकर चला गया। मंडप में सन्नाटा होने ही वाला था कि एक दूसरा युवक बिना...
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के हरदी क्षेत्र के मिसरनपुरवा गांव में एक युवक ने दहेज के लिए निकाह से के मना कर दिया और बारात वापस लेकर चला गया। मंडप में सन्नाटा होने ही वाला था कि एक दूसरा युवक बिना दहेज के निकाह तैयार हो गया।
मिसरनपुरवा गांव निवासी जलील की बेटी मौसमी का निकाह 21 जून की रात सीतापुर जिले के रेऊसा थाने के चौसा गांव निवासी शफीक पुत्र वली मुहम्मद के साथ होना था। जलील दो वर्ष पूर्व पंजाब से गांव लौटते समय रास्ते में ही लापता हो गए थे। जलील के लापता होने पर उसके बेटे हकीम के कंधे पर परिवार का भार आ गया। उसने ही बहन मौसमी की शादी को भागदौड़ कर तैयारी की थी। गुरुवार की रात निकाह के पूर्व होने वाली सभी रश्में भी पूरी हो चुकी थीं।
निकाह की रश्म के समय दूल्हे शफीक ने साले हकीम से अपाची बाइक की मांग की। बाइक या उसकी कीमत की धनराशि मिलने के बाद निकाह कबूल करने की बात कही, यह सुनते ही वहां सन्नाटा छा गया। हकीम ने गाड़ी खरीदने के लिए 57 हजार रुपए देने का वादा किया। शफीक ने 70 हजार की मांग रखी। संभ्रांत लोगों ने समझाने की कोशिश की। दहेज की मांग न पूरी होने पर दूल्हे ने निकाह करने से इनकार कर दिया। बारात बैरंग लौट गई।
इसी दौरान कुछ संभ्रांत लोगों ने कन्या व वर पक्ष की मर्जी से लड़की का निकाह बिना दहेज के दूसरे लड़के से कराने की पहल की। दोनों पक्षों की सहमति से मिश्रनपुरवा गांव निवासी इस्लाम ने अपने बेटे सद्दाम से मौसमी का निकाह बिना दहेज के किन्तु धूमधाम से कराकर मिसाल पेश की। एसएचओ दिनेश सिंह बिष्ट ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है।