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बहराइच : घाघरा का ताण्डव जारी,10 बीघे भूमि लहरों में समाहित 

बौंडी क्षेत्र में घाघरा नदी के ताण्डव से बाढ़ व कटान पीड़ितों की दुश्वारियां लगातार बढ़ रही हैं। रविवार को कोढ़वा, लालापुरवा व नगेसरपुरवा की 10 बीघे कृषि योग्य भूमि घाघरा की लहरों में समाहित हो गई।...

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हिन्दुस्तान संवाद ,बहराइच। Sun, 02 Sep 2018 09:06 PM
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बौंडी क्षेत्र में घाघरा नदी के ताण्डव से बाढ़ व कटान पीड़ितों की दुश्वारियां लगातार बढ़ रही हैं। रविवार को कोढ़वा, लालापुरवा व नगेसरपुरवा की 10 बीघे कृषि योग्य भूमि घाघरा की लहरों में समाहित हो गई। रविवार की सुबह घाघरा के उफनाने से कायमपुर मार्ग पर बाढ़ का पानी भर गया। दोपहर बाद जलस्तर स्थिर हो गया। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल गए और आए। कटान तेज होने से पीडि़तों की धड़कने तेज हो गई हैं। पुनर्वास के लिए जूझ रहे कटान पीड़ित सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर रहे हैं। 
घाघरा नदी का जलस्तर रविवार को उतार चढ़ाव के बाद स्थिर हो गया। जलस्तर स्थिर होने से घाघरा नदी की क्रूर लहरों का तांडव तेज हो गया है। पासिनपुरवा में 8 ग्रामीणों के मकान घागरा के निशाने पर हैं। जिनमें जगतराम, संतराम, बरसाती, सुरेश, बलेसर, रमेश, कंधई, पवन के आशियाने कभी भी घाघरा में समा सकते हैं।
लोगों का पलायन जारी 
 लालापुरवा व पासिनपुरवा गांव के लोगों का पलायन जारी है। कटान पीडि़त बंजारों की भांति तिरपाल के नीचे बैठकर प्रकृति की मार झेल रहे हैं। लालापुरवा व पासिनपुरवा में काफी दिनों से कटान हो रही है। रविवार को नगेसरपुरवा में कटान शुरू हो गई। तीनों गांवों की लगभग 20 बीघे भूमि नदी में समाहित हो गई। दो दिनों में 50 बीघे लहलहाती फसलों को घाघरा ने निगल लिया है। 
रविवार को घूरदेवी स्पर पर घाघरा नदी का जलस्तर 112 .150 के सापेक्ष 111.700  मीटर रिकार्ड किया गया। यहां पर नदी खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। तहसीलदार महसी राजेश कुमार वर्मा ने बताया निचले इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। जलस्तर कम हो रहा है। सरयू, शारदा, गिरजा बैराज से 2 लाख 69 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। 

एक माह से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे ग्रामीण 
 महसी तहसील क्षेत्र के मांझादरिया बुर्द, पचासा, सेमहरिया, डल्लापुरवा, गिरदा, धोबियनपुरवा, प्रधानपुरवा, लेानियनपुरवा, चुरईपुरवा, लोधनपुरवा, तुरंतीपुरवा, मल्लहानपुरवा, मेवालालपुरवा, भागवतपुरवा, कायमपुर, पिपरा, पिपरी, पहलाद पुरवा, चुन्नीलाल पुरवा, जोगापुरवा सहित 20 गांवों के लगभग 40 बजरे एक महीने से बाढ़ की विभीषिका से झेल रहे हैं। बैराजों से छोड़ा गया पानी हर रोज बाढ़ पीड़ितों के लिए नई समस्या पैदा कर देती है। 
राहत सामग्री बांटी 
  कुड़वा ओवर ब्रिज के नीचे बसे कटान पीडि़त परिवारों को नगर पंचायत जरवल चेयरमैन प्रतिनिधि इंतजार अहमद मिथुन ने रविवार को राहत सामग्री वितरित किया। इस मौके पर उन्होंने क्षेत्रवासियों से बाढ़ व कटान पीड़ितों की मदद करने की अपील की।

23 घंटे बाद मिली बालिका की लाश 

थाना खैरीघाट के बेलामकन भूखनसिंह पुरवा निवासी आठ वर्षीय प्रज्ञा सिंह पुत्री रवीन्द्र सिंह शनिवार की शाम लगभग पांच बजे सरयू नदी में डूब गई थी। वह अपने घर के सामने खेल रही थी। परिजनों ने गोताखोरों की मदद से नदी में उसकी तलाश की, किन्तु पता नहीं चल सका था। रविवार को एक गांव से एक किमी दूर कुछ लोग नदी में मछली की शिकार कर रहे थे। तभी लोगों ने बालिका को उतराते हुए देखा। लोगों ने इसकी सूचना मृत बालिका के परिजनों को दिया। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से 23 घंटे बाद उसकी लाश को बाहर निकलवाया। खैरीघाट के एसएचओ दिनेश कुमार सिंह विष्ट  ने बताया कि शव का पंचनामा भरने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों ने उसका अन्तिम संस्कार कर दिया है। 
 

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