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अयोध्या विवाद पर समझौते को 20 फरवरी को होने वाली बैठक टली

विशेष संवाददाता,राज्य मुख्यालय। अयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद को अदालत से बाहर सुलह-समझौते से हल करवाने के लिए आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर और मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड से बर्खास्त मौलाना सलमान...

अयोध्या विवाद पर समझौते को 20 फरवरी को होने वाली बैठक टली
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊSat, 17 Feb 2018 07:31 PM
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-मौलाना सलमान नदवी ने कहा कि अब हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिएविशेष संवाददाता--राज्य मुख्यालयअयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद को अदालत से बाहर सुलह-समझौते से हल करवाने के लिए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड से बर्खास्त मौलाना सलमान नदवी की मुहिम खटाई में पड़ गई है। ताजा घटनाक्रम के अनुसार अब इन दोनों की अगुवाई में 20 फरवरी को विवाद से जुड़े हिन्दू व मुस्लिम पक्षों और साधु संतों व ओलमा के बीच होने वाली बैठक नहीं होगी। इस बैठक के बाबत श्री श्री रविशंकर ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। वहीं मौलाना सलमान नदवी ने भी कह दिया है कि अब हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।पिछले दिनों अयोध्या विवाद को बातचीत से सुलझाने के लिए बंगलुरू में मौलाना सलमान नदवी और श्री श्री रविशंकर के बीच हुई बैठक में तय हुआ था कि 20 फरवरी को अयोध्या में विवाद से जुड़े दोनों पक्षों और संत समाज व ओलमा के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में अयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद का समाधान अदालत से बाहर समझौते से करवाने का फार्मूला तय किया जाना था। तीन सूत्रीय एक फार्मूला तैयार भी कर लिया गया था, जिसमें मुसलमानों को विवादित स्थल से दूर कहीं अन्यत्र मस्जिद बनवाने के लिए राजी करने और पूरे विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करवाए जाने की बात शामिल थी। मगर अब यह बैठक नहीं हो रही है।मौलाना सलमान नदवी का कहना है कि आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सै. राबे हसनी नदवी के अलावा मौलाना अरशद मदनी कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही माना जाना चाहिए इसलिए इन बुजुर्गों की बात मानते हुए फिलहाल वह अयोध्या पर समझौते की अपनी मुहिम को विराम दे रहे हैं। मगर मौलाना ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह अयोध्या विवाद पर वह अपने स्टैण्ड से हटे नहीं हैं। सामाजिक सदभाव, सौहार्द्र और भाईचारे के लिए वह काम करते रहेंगे।अयोध्या विवाद के लिए तीन सूत्रीय फार्मूला देने वाले अयोध्या सद्भावना समन्वय महासमिति के महामंत्री डा.अमरनाथ मिश्र ने कहा है कि अगर 20 फरवरी को बैठक होती भी तो उसका कोई पुख्ता नतीजा नहीं निकलता। वजह यह कि मौलाना सलमान मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड से बर्खास्त किए जा चुके हैं। मुस्लिमों की तरफ से मुख्य पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड उनके साथ है नहीं। अन्य छह मुस्लिम पक्षकार भी उनका समर्थन नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि श्री श्री रविशंकर हिन्दू पक्ष के पक्षकारों में द्वारिका के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती, निरमोही अखाड़ा के अध्यक्ष राजा रामचन्द्राचार्य, विहिप के महासचिव चंपत राय आदि किसी से बात नहीं हुई है।

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